वायु प्रदूषण!मानव के पर्यावरण प्रतिकूल व्यवहार का बायप्रोडक्ट…ज्योति बाबा…
पूर्वजों ने दिया शुद्ध वातावरण हमारी तरक्की ने दिया प्रदूषण…ज्योति बाबा…
भावी पीढ़ी स्वच्छ परिवेश के अभाव में जिएगी घुटन भरी जिंदगी…ज्योति बाबा…
कानपुर 28 जून l विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 84 फ़ीसदी भारतीय उन इलाकों में रह रहे हैं जहां वायु प्रदूषण डब्ल्यूएचओ के मानक से ऊपर है जबकि एयर क्वालिटी इंडेक्स रिपोर्ट के मुताबिक प्रदूषित इलाकों में रहने वाले भारतीय पहले की तुलना में औसतन 5 साल कम जी रहे हैं एक रिपोर्ट के अनुसार केवल वायु प्रदूषण के कारण दिल्ली में जीवन प्रत्याशा 9 वर्ष उत्तर प्रदेश और हरियाणा में 8 वर्ष बिहार और बंगाल में 7 साल तक कम हुई है,उपरोक्त बात सोसाइटी योग ज्योति इंडिया व उत्तर प्रदेश वैश्य व्यापारी महासभा के संयुक्त तत्वाधान में नशा हटाओ वायु प्रदूषण मिटाओ हरियाली लाओ बचपन बचाओ अभियान के तहत आयोजित संगोष्ठी शीर्षक क्या वायु प्रदूषण मानव के पर्यावरण प्रतिकूल व्यवहार का बायप्रोडक्ट है पर अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख योग गुरु ज्योति बाबा ने कही,बाबा जी ने बताया कि वायु प्रदूषण का यह जानलेवा स्वरूप अंधाधुंध विकास और मानव के पर्यावरण प्रतिकूल व्यवहार व कृत्य का ही बायप्रोडक्ट है प्रदूषण की वजह से इंसान असामान्य जीवन गुजारने को मजबूर है l निसंदेह तालाबंदी के कुछ महीनों में शहरों की आबोहवा स्वच्छ रही,लेकिन फिर जस की तस हो गई l मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं है कि कालांतर में हमारी आने वाली पीढ़ी प्राकृतिक संसाधनों व स्वच्छ परिवेश के अभाव में घुटन भरी जिंदगी जीने को विवश होगी,हम सामूहिक प्रयास द्वारा इस एयर क्वालिटी का सुधार कर दुनिया भर में हर साल होने वाली 70 लाख मौतों को टाला जा सकता है l प्रदेश अध्यक्ष सत्यप्रकाश गुलहरे व अनूप अग्रवाल प्रदेश महामंत्री संगठन ने कहा कि हाल के कुछ दशकों में वायु प्रदूषण एक बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम के रूप में सामने आया है प्रदूषित इलाकों में लगातार रहने से बीमारियां बढ़ने के साथ जीवन प्रत्याशा में भारी कमी होने लगती है राष्ट्रीय संरक्षक डॉ आर पी भसीन,डॉक्टर रविंद्र नाथ चौरसिया निवर्तमान अध्यक्ष आईएमए ने कहा कि ब्रिटिश स्वास्थ्य पत्रिका लैंसेट की प्लेनेटरी हेल्थ रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में भारत में सिर्फ वायु प्रदूषण से 17 लाख मौतें हुई जो उस वर्ष देश में होने वाली कुल मौतों का 18 फ़ीसदी थी हैरत की बात यह है कि 1990 की तुलना में 2019 में वायु प्रदूषण से होने वाली मृत्यु दर में 115 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है वायु प्रदूषण देश की आर्थिकी को बड़े पैमाने पर प्रभावित कर रही है l लेकिन हममे ऐसी रची बसी है कि हम समस्या को समस्या मानते ही नहीं l संगोष्ठी का संचालन योग शिक्षक यशस्वी बाजपेई व धन्यवाद दीप कुमार मिश्रा सी ए ने दिया l वायु प्रदूषण मुक्त कराने व हरियाली बढ़ाने हेतु अंत में ई शपथ योगगुरु ज्योति बाबा ने दिलाई l अन्य प्रमुख विमल माधव, उमेश शुक्ला,दिलीप कुमार सोनी,गणेश गुप्ता,रोहित कुमार,हरदीप सिंह सहगल,विमल कुशवाहा,नवीन गुप्ता इत्यादि थे l
रोहित कुमार
मीडिया प्रभारी
सोसाइटी योग ज्योति इंडिया
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…