लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र के थानों की पुलिस सरकार की जीरो टाॅलरेंस नीति पर कर रही है कार्य…
हृदेश कुमार: बेहतर कानून-व्यवस्था हमारी प्राथमिकता 👆
अपराधियों के विरूद्ध सख्ती व मित्र-पुलिस की कार्यशैली से लोग संतुष्ट…
एसपी हृदेश कुमार की सक्रियता से राजधानी के ग्रामीण क्षेत्र में अपराध घटे…
मलिहाबाद (लखनऊ)। राजधानी के ग्रामीण इलाके के थानों में बेहतर कानून-व्यवस्था व मित्र-पुलिस की कार्य शैली के चलते 2020 के 5 महीनों की तुलना में 2021 में बड़े अपराधों में 49 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। प्रदेश में कानून-व्यवस्था के सुधार को लेकर पुलिस प्रशासन लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों का असर पुलिस की कार्यप्रणाली में साफ दिखने लगा है। यूपी पुलिस ने प्रदेश में संगठित अपराध पर काफी हद तक काबू पाया है।
सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने से भी बढ़ते अपराध में कमी आई है। इसी के चलते ही राजधानी के ग्रामीण क्षेत्र, एसपी (आरए) के अधीन आने वाले थाना क्षेत्रों में साल 2020 के अगस्त से लेकर दिसंबर तक के मुकाबले 2021 में मई तक बड़े अपराधों के मामले में 49 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) हृदेश कुमार की अपराधियों के प्रति सख्त कार्रवाई और सकारात्मक पुलिसिंग के चलते बड़े अपराधों का आंकड़ा लगभग आधा रह गया है। 2020 में अगस्त से लेकर दिसंबर तक 5 महीनों में अपराध के आंकड़ों की बात करें तो बड़े अपराधों में हत्या, डकैती, लूट, बलात्कार और व्यभिचार जैसे 75 मामले दर्ज किए गए थे । वहीं 2021 में मई तक 38 मामले ही दर्ज हुए हैं ।
महिला सशक्तिकरण अभियान का भी असर ग्रामीण क्षेत्र लखनऊ में साफ दिख रहा है, बलात्कार और शीलभंग के मामले में भी कमी आई है। इसकी वजह से क्षेत्र की महिलाएं अपने को सुरक्षित महसूस कर रही हैं। प्रदेश में सरकार के प्रयास अगर रंग ला रहे हैं तो इसके पीछे पुलिस और प्रशासन का बेहतर समन्वय भी है। पुलिस अधीक्षक हृदेश कुमार ने बताया कि पंचायत चुनाव एक चुनौती के रूप में था, जिसको पुलिस की सक्रियता से शांति पूर्वक सम्पन करा लिया गया। चुनाव के बाद गांव में बराबर पुलिस मुस्तैद हो नजर बनाए रही, किसी भी सूचना को गंभीरता से लेते हुए मौके पर पहुंचकर उचित कार्यवाही की गई, जिस कारण अपराधों में कमी आई है।
पत्रकार अभिषेक वर्मा की रिपोर्ट, , ,