शिवसेना ने दी मूर्ति विवाद में मुख्यमंत्री के घेराव की चेतावनी…
लखनऊ 04 जून। कालाकांकर कालोनी, न्यू हैदराबाद और लेखराज मार्केट के समक्ष, अयोध्या रोड से हटायी गयी हिन्दू देवी-देवताओं की प्रतिमा को लेकर शिवसेना, उत्तर प्रदेश ने आज यहां प्रशासन को खुली चुनौती देते हुये कहा कि जल्द से जल्द हटायी गयी प्रतिमायें यथास्थान पर ससम्मान स्थापित नहीं की गयी और इस प्रकरण को बेवजह तूल देने वाले विशेष समुदाय के एक पुलिस अधिकारी को तत्काल न हटाया गया तो शिवसैनिक मुख्यमंत्री का घेराव करेगें।
आज यहां शिवसेना, उत्तर प्रदेश के उप राज्य प्रमुख गौरव वर्मा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि एक सप्ताह के भीतर दोनों ही जगहों पर प्रतिमा हटाये जाने की हुयी घटना के पीछे विशेष समुदाय के पुलिस अधिकारी की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि जिस तरह से स्थानीय पुलिसकर्मियों ने जिस तत्परता से काररवाई की है कि उससे साफ है कि उक्त पुलिस अधिकारी विपक्षी पार्टियों की शह पर मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बदनाम करने की कोशिश कर रहे है। श्री वर्मा ने कहा कि कालाकांकर कालोनी, न्यू हैदराबाद की घटना का जिक्र करते हुये कहा कि यहां जिस दिन शिवलिंग एवं अन्य हिन्दू देवी देवताओं की प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही थी, उस वक्त सैकड़ों की संख्या में पुलिसबल मौजूद था, और यदि यह कार्य प्रशासन की नजरों में गलत था तो तत्काल रोकना चाहिये था, लेकिन ऐसा न कर अगले दिन प्राण प्रतिष्ठा की गयी प्रतिमाओं को हटाना कहीं न कहीं हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का साफ संदेश देता है। इसी तरह अयोध्या रोड स्थित शनि एवं हनुमान मन्दिर से बड़ा मंगल होने की वजह से रंग-रोगन की गयी हनुमान जी की प्रतिमा को उठाना और पुजारी के मोबाइल को छीनकर उनको मारना पीटना भी बहुत कुछ बताता है। गौरव वर्मा ने बताया कि इन दोनों घटनाओं को लेकर सेना अपने षीर्शस्थ नेताओं और शिवसैनिकों के साथ बैठक कर रणनीति तय कर भावी कार्यक्रम को अंजाम देगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…