*यूपी की एक और जेल बनी रण का अखाड़ा, अस्पताल में कैदियों ने लगाई आग…..*
*घायल सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया* 👆
*उपद्रवी कैदियों पर ड्रोन से भी नजर रखी गई* 👆
*भारी बवाल-तोड़फोड़: पुलिस ने की हवाई फायरिंग, आंसू गैस के गोले दागे*
*बीमार कैदी की मौत के बाद शुरू हुआ हंगामा: जेल को चारों ओर से घेरा गया*
*लखनऊ/जौनपुर।* चित्रकूट जेल में 21 दिन पूर्व हुए गैंगवार के बाद यूपी की एक और जेल आज बवाल के चलते सुर्खियों में आ गई। जौनपुर जेल में एक कैदी की मौत के बाद साथी कैदियों ने जेल के अंदर न केवल जमकर तोड़फोड़ व बवाल किया बल्कि जेल अस्पताल में आग भी लगा दी। जेल के अंदर पहुंची पुलिस ने तीन गैस सिलेंडर कब्जे में बड़ा हादसा होने से बचा लिया। दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। डीएम-एसपी की मौजूदगी में पुलिस ने 35 से ज्यादा आंसू गैस के गोले दागकर बड़ी मुश्किल से हालात काबू पाया।
बताते चलें कि रामपुर थाना क्षेत्र के बानीडीह गांव का निवासी बागीश मिश्र उर्फ सरपंच को बीते छह जनवरी को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा हुई थी। जेलर ने बताया कि कल रात उसकी हालत खराब हो गई उसे पहले जेल के अस्पताल में भर्ती किया गया आज उसकी हालत नाजुक होने पर जिला अस्पताल भेजा गया अस्पताल पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई। सजायाफ्ता कैदियों और बंदियों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ की। बैरकों से बाहर आकर कैदियों ने जेल पर कब्जा कर लिया। पगली घंटी बजने के बाद पीएसी सहित कई थानों की फोर्स जेल के अंदर पहुंची। हालात बेकाबू होने पर पुलिस ने कैदियों को नियंत्रित करने के लिए कई राउंड आंसू गैसे के गोले दागे।
*आईजी, कमिश्नर व जिला प्रशासन मौके पर…..*
बताया जा रहा है कि कैदी की मौत को लेकर सुबह से ही कैदियों में काफी रोष था। आक्रोशित बंदी अंदर तोड़फोड़ करने के साथ ही पुलिस पर पथराव कर रहे थे। शाम करीब साढ़े 4 बजे डीएम मनीष कुमार वर्मा और एसपी राजकरन नय्यर भी जेल में पहुंचे। ड्रोन कैमरे की मदद से पुलिस जेल के अंदर के हालात की निगरानी कर रही है जेल के बाहर भी सुरक्षा बढ़ाई गई। जिला प्रशासन की ओर से लगातार बन्दियो से बात करने की अपील की जाती रही लेकिन उसका कोई असर बन्दियों पर नहीं था, वे सर्किल गेट बन्द कर पथराव करते रहे थे।
*कैदी के भाइयों के पहुंचने के बाद शुरू हुआ उत्पात..*
जेल में करीब एक हजार कैदी बंद हैं। मामला बढ़ता देख वाराणसी जोन के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे। खबर लिखे जाने तक कमिश्नर दीपक अग्रवाल और आईजी एसके भगत व जौनपुर प्रशासन बंदियों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहा था। आंसू गैस के गोले छोड़ने के साथ ही पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की। बवाल में एक सिपाही घायल हो गया, पूरे सर्किल की फोर्स को मौके पर बुलाया गया। घटना के बाद कैदी के तीन भाई जेल पहुंचे और अन्य कैदियों के साथ मिलकर उपद्रव शुरू कर दिया। ईंट-पत्थर भी चलाने लगे, जेल के किचन में मौजूद गैस सिलेंडर से आगजनी की धमकी भी देने लगे। देखते-देखते आग भी लगा दी। (4 जून 2021)
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*