मुस्लिम युवकों ने शव यात्रा को कंधा देकर अंतिम संस्कार करवाया…
कोटा। राजस्थान के कोटा में कोरोना काल में मुस्लिम समुदाय के युवाओं ने एक दिवंगत बुजुर्ग का रीति रिवाज के साथ अन्तिम संस्कार करवाकर साम्प्रदायिक सौहार्द का अनुकरणीय मिशाल पेश की है। कोरोना का ये कैसा खौफ है कि अब लोग किसी के अंतिम संस्कार में शामिल होने से भी कतराने लगे हैं। शव को कंधा देने के लिए कोई आगे नहीं आता तो समाज के दूसरे लोग ना सिर्फ मदद को आगे आते हैं बल्कि पूरे रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार भी करवा देते हैं। ताजा ये घटना साजी देहडा किशोरपुरा की है जहां पर पुरुषोत्तम शर्मा की कोरोना से मौत हो गई। उनके परिवार में केवल उनकी पत्नी ममता शर्मा अकेली थी। उनका अंतिम संस्कार करने वाला कोई नहीं था। जब यह बात स्थानीय पार्षद सलीना शेरी को पता चली तो उन्होंने अपने प्रतिनिधि छोटे भाई साहिल शेरी को अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंच गए। मुस्लिम समाज से ही आसपास के कुछ लोग भी आगे आए। फिर अर्थी की सामग्री मंगाई गई। कर्म योगी सेवा संस्थान के राजाराम कर्मयोगी ने अर्थी की सामग्री उपलब्ध करवाई। अर्थी बनाकर किशोरपुरा मुक्तिधाम पर मुस्लिम युवक साहिल शेरी, शाहिद अली, मोहम्मद फरीद एवं अन्य ने कंधा देकर शव यात्रा निकाली गई। इस दौरान हिन्दू रिवाज की प्रक्रिया की गई। मुखाग्नि उनकी पत्नी ममता शर्मा ने दी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…