पंचायत चुनाव में सत्ता पक्ष के विधायक पर धान्द्ली का आरोप…

पंचायत चुनाव में सत्ता पक्ष के विधायक पर धान्द्ली का आरोप…

पीठासीन अधिकारी पर दबाव बनाकर काउंटिग में हेरा फेरी…

उत्तर प्रदेश में हूए पंचायत चुनाव में सत्ता पक्ष द्वारा की गई धान्दली को लेकर लोगों ने काफी आरोप लगाए,कई जनपदों से इस तरह के आरोप लगे हैं जिसमें सत्ता पक्ष द्वारा प्रशासन पर दबाव बना कर अपने लोगों को जित्वाया गया ऐसा ही एक आरोप जनपद अयोध्या के ग्राम जलालपुर निवासी अनिल कुमार यादव पुत्र दान बहादुर यादव,जो प्रधान पद के उम्मीदवार थे ने मौजूदा क्षेत्रीय भाजपा विधायक पर आरोप लगाते हूए कहा कि उन्हों ने सत्ता की ताकत दिखाते हुए, पीठासीन अधिकारी पर दबाव बनाकर काउंटिग में हेरा फेरी कर हमारे वोटों की गिनती कम कर मुझे हरवा दिया एवं अपने प्रतियाशी को विजय घोषित करा दिया।
मालूम हो कि प्रधानी पद के उम्मीदवार अनिल यादव ने क्षेत्रीय भाजपा विधायक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारा चुनाव निशान अनाज ओसाता हुआ किसान था, दिनांक 15-4-2021 को हूए मतदान में क्षेत्रीय भाजपा विधायक के दबाव में उनके लोगों द्वारा पोलिंग बूथ पर क़ब्ज़ा कर जबर्दस्त फर्ज़ी वोटिन्ग कराई गई,पीठासीन अधिकारी ने रात 10 बजे तक क्षेत्रीय विधायक के दबाव में गलत तरीके से वोट डलवाए।
यही नहीं दिनांक 4-5-2021 को मतगणना के समय अंगूठे लगे बैलेट पेपर बॉक्स से निकले। मतदान करते समय तीन बैलेट पेपर मिलते हैं। तो यदि कोई भी मतदाता अगर अंगूठा लगाए गा तो तीनों बैलेट पेपर पर लगाए गा फिर खाली हमारे प्रधानी वाले में ही अंगूठा लगे 76 बैलट कैसे निकले जबकि BDC और जिला पंचायत में 76 अंगूठे लगे बैलट पेपर क्यों नहीं निकाले? बक्सा बंद होने के समय हमने एक पर्ची बक्से में आधी फाड़ कर डाल रखी थी। जबकि आधी पर्ची बक्से के अंदर थी लेकिन वह पर्ची हमें नहीं मिली और बक्सा की सील खुली हुई मिली। उन्होने बताया जब हमने इसका विरोध जताया तो पुलिसकर्मियों ने मुझे लाठी डनडों मारा। फर्जी मतगणना के आधार पर विधायक ने अपने उम्मीदवार को विजय घोषित करा लिया।
जिसकी सूचना मैंने पहले भी जिला अधिकारी महोदय को दी थी। अभी भी हमने पोस्ट के द्वारा जिलाअधिकारी व माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दी है। इस मामले की निष्पक्षता से जांच कराई जाए। ताकि मेरे साथ न्याय हो सके और फिर से मतगणना की जाए। ताकि सच सामने आ सके। अगर इस मामले की निष्पक्षता से जांच नहीं होती है। तो हम उच्च न्यायालय तक के जाएंगे।

संवाददाता सुहेल मारूफ की रिपोर्ट…