महामारी में इंसानों के साथ जानवरों की मिटा रहे भूख समाजसेवी गौरव पांडे…
परिवार के साथ जाकर प्रसिद्ध भवरेश्वर मंदिर में बेजुबान बंदरों को खिलाते है फल…
मोहनलालगंज कोरोना महामारी की वजह से आम जीवन पर भारी असर पड़ रहा है इंसान को तो दो वक्त की रोटी नसीब है पर लॉक डाउन की मार बेजुबान जानवरों के लिए मौत का कारण बन रही है।
निगोहां स्थित प्रसिद्ध भवरेश्वर मंदिर में हजारों की संख्या में बंदर रहते हैं मंदिर के कपाट खुलने से उन्हें भोजन की प्राप्ति होती रहती है पर लॉक डाउन की वजह से बंदर भूखे तड़प रहे इन्हीं सब चीजों को देखते हुए मोहनलालगंज के रहने वाले समाजसेवी गौरव पांडे अपने पूरे परिवार के साथ मंदिर में जाकर बंदरो को फल खिलाते हैं फोटो में साफ दिखाई दे रहा है की सैकड़ों बंदर कैसे अपनी भूख को मिटाने के लिए इकट्ठे हो गए हैं और अपना पेट भर रहे हैं मंदिर के पुजारी ने बताया की प्रत्येक सोमवार को मेला लगने के कारण तथा भक्तों गणों के द्वारा बंदरों को खाने-पीने की सामग्री प्राप्त हो जाती थी बीच-बीच के दिनों में भी भक्तगण आया करते थे और बंदरों को खाने-पीने की सामग्री मिलती रहती थी पर इस महामारी के चलते भक्त जनों का आवागमन बंद होने के कारण तथा दुकानें बंद होने के कारण बंदरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है इसके पहले भी अगले वर्ष कोरोना महामारी के टाइम गौरव पांडे अपने पूरे परिवार के साथ मंदिर जाकर बंदरों को खाने-पीने की सामग्री उपलब्ध कराते थे लॉकडाउन के तहत इंसान से लेकर जानवरों को भी उठानी पड़ रही परेशानी जिसको लेकर समाजसेवियों को जागरूक होकर इंसानों के साथ बेजुबान जानवरों को भी मदद की आवश्यकता है इस मौके पर वीरेंद्र पांडे दिलीप तिवारी विनय पांडे रवि तिवारी ने बेजुबान जानवरों को भोजन उपलब्ध कराया।
संवाददाता अनुराग तिवारी की रिपोर्ट…