कानपुर में चार फैक्ट्रियाें और गोदाम में भीषण आग, दीवार ढही…

कानपुर में चार फैक्ट्रियाें और गोदाम में भीषण आग, दीवार ढही…

केमिकल ड्रम फटने के धमाके से रही दहशत: 10 दमकलों ने सुबह पाया आग पर काबू…

लखनऊ/कानपुर। कानपुर के गोविंद नगर क्षेत्र अंतर्गत दादानगर इंडस्ट्रियल एरिया में बीती देर रात जूते का पीवीसी सोल का दाना बनाने वाली फैक्ट्री से भड़की आग से कोयला गोदाम, प्रिटिंग फैक्ट्री और केमिकल गोदाम भी पूरी तरह जल गया। तेज धमाकों के साथ केमिकल ड्रम फटने से लोगों में दहशत बनी रही। फैक्ट्री में फंसे चौकीदार के परिवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फजलगंज समेत अन्य फायर स्टेशनों से पहुंची दमकल की दस गाड़ियां आग बुझाने में रात से सुबह तक जुटी रही। सुबह तक केमिकल और कोयला गोदाम में आग सुलगती रही और काबू नहीं पाया जा सका था।
स्वरूप नगर निवासी उमंग जैन और गौतम खेमका की दादा नगर में जूते के पीवीसी सोल का दाना बनाने की फैक्ट्री है। बुधवार देर रात करीब 2.30 बजे फैक्ट्री में शार्ट सर्किट होने से आग लग गई। आग की तेज लपटे केमिकल तक पहुंच गईं। तेज हवा चलने से केमिकल में लगी आग ने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते ही आग ने पड़ोस की साधना इंटरप्राइजेज के कोयला गोदाम को भी चपेट में लिया। हवा चलने से केमिकल और कोयले की आग तेजी से भड़कती गई। इस बीच आग ने पास ही शास्त्री नगर निवासी सुमित अग्रवाल के केमिकल गोदाम और उनकी पत्नी रीतिका अग्रवाल की प्रिटिंग फैक्ट्री को भी चपेट में ले लिया। केमिकल गोदाम में ज्वलनशील एथाइल और रैपर फैक्ट्री के प्लास्टिक के रोल होने से आग और भड़क गई। दो गोदाम और दो फैक्ट्रियों की विकराल आग से आसपास क्षेत्र में दहशत फैल गई।
मैनेजर विनोद कुमार यादव ने बताया कि गोदाम में केमिकल के करीब दो सौ ड्रम रखे थे। दमकल जवानों की मदद से करीब 35 ड्रम ही बाहर निकाले जा सके और जो अंदर रह गए वह लगातार तेज धमाकों के साथ फट गए। केमिकल ड्रम फटने से आसपास की फैक्ट्रियों में दहशत बनी रही। फजलगंज फायर स्टेशन से चार व लाटूशरोड, कर्नलगंज, मीरपुर समेत अन्य फायर स्टेशनों से दमकल की करीब दस गाड़ियां पहुंची और आज सुबह आग पर काबू पा सकीं। फिलहाल नुकसान का आंकलन नहीं किया जा सका है, घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।
केमिकल गोदाम में हुए जबरदस्त धमाकों से मुख्य टिनशेड गिर गया। वहीं गोदाम की बाउड्रीवॉल भी भरभराकर ढह गई। इधर दाना फैक्ट्री का भी टिनशेड गिरा। जबकि शेड की दीवारे भी गिराऊ हालत में पहुंच गई। केमिकल गोदाम से सटी हुई रेलवे के पार्ट्स बनाने की फैक्ट्री है। यहां पर चौकीदार मनोज अपने परिवार के साथ रहता है। हादसे के वक्त जब केमिकल गोदाम में आग पहुंची तो लपटों की भयावहता इतनी थी कि मनोज, उसकी पत्नी प्रिया, बेटी अनुष्का और बेटे निर्मित के साथ अंदर ही फंस गया। जानकारी होने पर दमकल कर्मियों ने उसे और परिवार के सदस्यों को बाहर निकाला।

संवाददाता सुहेल मारूफ की रिपोर्ट…