डॉक्टर ने कहा- आजम खान के लिए…
अगले 72 घंटे बेहद महत्वपूर्ण…
लखनऊ:- समाजवादी पार्टी के सांसद मोहम्मद आजम खान की हालत नाजुक लेकिन स्थिर है, हालांकि अगले 72 घंटे उनके लिए महत्वपूर्ण हैं।मेदांता अस्पताल के निदेशक राकेश कपूर का कहना है कि दिग्गज नेता की ऑक्सीजन की आवश्यकता कम हो गई है,लेकिन बीमारी की गंभीरता जारी है,वह आईसीयू में हैं और डॉक्टरों की एक टीम द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है।सीतापुर जेल में बंद आजम खान इस महीने की शुरुआत में कोविड पॉजिटिव हुए थे,सांस फूलने की शिकायत के बाद सांसद आजम खान को रविवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था,उनके बेटे अब्दुल्ला आजम भी कोविड पॉजिटिव हैं और उनका इलाज उसी अस्पताल में चल रहा है।हालांकि, निर्देशक ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है और वह ठीक हो रहे हैं।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खान का इलाज लखनऊ के मेदांता अस्पताल में चल रहा है।अस्पताल की ओर से मंगलवार शाम को जारी किए गए हेल्थ बुलेटिन में बताया गया कि आजम खान की हालत स्थिर है।विशेषज्ञ और डॉक्टरों के द्वारा आईसीयू में उनका इलाज चल रहा है।हॉस्पिटल ने उनके बेटे मोहम्मद अब्दुल्ला का भी हेल्थ बुलेटिन जारी कर बताया कि उनकी स्थिति अभी संतोषजनक है।
गौरलतब है कि रविवार शाम समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान और उनके बेटे मोहम्मद अब्दुल्ला को लखनऊ स्थित शहीद पथ स्थित मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था,जहां सपा सांसद आजम खान को 4 लीटर प्रति घंटे की दर से ऑक्सीजन दिया जा रहा था।रात में ही सिटी स्कैन व अन्य जांच कराई गई,सपा सांसद के फेफड़े में गंभीर संक्रमण पाया गया। मंगलवार को उनकी तबीयत और बिगड़ गई,जिसके बाद आजम खान को आईसीयू में शिफ्ट किया गया, उन्हें 10 किलो ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था।
मेदांता हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर राकेश कपूर ने बताया था कि ऑक्सीजन जरूरत बढ़ी है। करीब उन्हें 10 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है,उन्हें कोविड आईसीयू में रखा गया है,उन्होंने बताया कि निमोनिया के चलते ऑक्सीजन लेवल में कमी आई है। ऐसे में अगले 72 घंटे इलाज के लिहाज से काफी अहम हैं।क्रिटिकल केयर विशेषज्ञों की टीम पल-पल की निगरानी कर रही है।राकेश कपूर ने बताया कि सांसद के बेटे मोहम्मद अब्दुल्ला खान की स्थिति संतोषजनक है,लेकिन उन्हें भी डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
संवाददाता सुहेल मारूफ की रिपोर्ट…