सिद्धार्थनगर पुलिस के इंसानियत से भरा हुआ वाकया का सच…
खाकी ने निभाया इंसानियत का फर्ज…
सिद्धार्थनगर ।। उत्तर प्रदेश पुलिस को देखकर लोगों के दिलो और दिमाग मे एक अजीब सोच रहती थी।पुलिस को देखकर लोगों का शरीर शिहर जाता था जैसे सामने यमराज आ गया हो।लोगों के मन में पुलिस को डंडा मारने वाली पुलिस है,ये तो गाली देने वाली पुलिस है तमाम तरह की बाते बनी रहती थी।पुलिस के सीने मे भी दिल धड़कता है।पुलिस न तो गाली देती है और न ही डंडे मारती है।पुलिस बेसहारा शवों को कंधा देती है।
पुलिस का एक ऐसा ही इंसानियत से भरा हुआ वाकया सामने आया है। यूपी के सिद्धार्थनगर जिले की कोतवाली सिद्धार्थनगर के जेल चौकी के अंतर्गत की है जहां कल रात कांशीराम आवास कालोनी के समीप एक मकान में कुमार मनोज नाम के एक व्यक्ति का शव मिला था।मृतक बिहार के बेगूसराय जिले के थाना क्षेत्र खदावलपुर का रहने वाला था।
शव मिलने पर पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर मृतक के शव का पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।पोस्टमार्टम होने के बाद मृतक के रिस्तेदार ने शव लेने के लिए बिहार से आने में अपनी असमर्थता जताई।मृतक के 70 वर्षीय पिता बसन्तदास बीमार है।पुलिस ने पिता से सम्पर्क कर उनको बुलाया लेकिन पिता इस हालत में नही थे जो अपने बेटे का अंतिम संस्कार कर पाते। पिता की हालत देखकर सिद्धार्थनर थाना प्रभारी निरीक्षक छत्रपाल सिहं ने चौकी के दरोगा हरेन्द्रनाथ राय,दरोगा सभाजीत मिश्रा,दरोगा अजय सिहं,सिपाही सूर्यभान सिहं, विनय कुमार, रवि गौड,दीपक अग्निहोत्री, दीपक गौड, जितेन्द्र यादव को भेजकर सारे सामान व्यवस्था कराई और जमुआर नाला पुल के पास अंतिम संस्कार कराया।पुलिस के इस कार्य की सराहना क्षेत्र की जनता ने किया।।
पत्रकार – असदुल्लाह सिद्दीकी की रिपोर्ट…