कोविड-19 से मरने वाले अधिकारी व कर्मचारियों को मिलेगा
50 लाख का मुआवजा, जिलाधिकारी ने भेजा प्रस्ताव
झांसी। जनपद में निर्वाचन और अन्य ड्यूटी के दौरान कोरोना पॉजीटिव हुए अधिकारी व कर्मचारी जिनकी मौत हो गई है, उनके परिजनों को 50 लाख मुआवजा दिलाए जाने के लिए पत्रावली तैयार कर शासन को प्रेषित की जा रही है। जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव व बरुआसागर में पीएसए के माध्यम से जल्द ही ऑक्सीजन गैस प्लांट लगाए जाएंगे। उक्त जानकारी जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने शनिवार को विकास भवन सागर सभागार में आईसीसीसी की बैठक में अध्यक्षता करते हुए दी। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से कहा कि इस महामारी में आपसी तालमेल और आपसी समन्वय के साथ कार्य करने की जरूरत है, तभी आम जनमानस को राहत दे सकते हैं। बैठक में 3 सेक्टर मजिस्ट्रेट की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए वेतन रोके जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सेक्टर मजिस्ट्रेट प्राइवेट नर्सिंग होम पर नजर रखने के लिए तैनात किए गए यदि भविष्य में लापरवाही होगी तो एपिडेमिक डिसीज एक्ट 1897 तथा उत्तर प्रदेश महामारी कोविड-19 विनियमावली 2020 के अन्तर्गत कार्यवाही की जाएगी। बैठक में जिलाधिकारी ने लगभग दो दर्जन प्राइवेट नर्सिंगहोम जो एल-1, एल-2 श्रेणी के हैं,वहां उपलब्ध बेड के सापेक्ष बेहद कम मरीज भर्ती होने पर सख्त नाराजगी व्यक्त की और संबंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि सभी आईसीसीसी के संपर्क में रहें और वहां से रिफर किए गए मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराये अन्यथा ऐसे सभी हॉस्पिटल जहां 10 से कम मरीज भर्ती और बेड खाली है तो वहां ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति रोक दी जाएगी। बैठक में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बड़ागांव, बरुआसागर, कैंट हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज वार्ड नंबर 10, बीएचईएल हॉस्पिटल, रानीपुर, पैरामेडिकल कॉलेज, गरौठा तथा वीरांगना होटल में भी उपलब्ध बेड के सापेक्ष कम मरीज भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज जिनमें लक्षण कम है उन्हें वहां प्राथमिकता से भर्ती कराया जाए। बैठक में आरआरटी द्वारा लगभग 4 हजार घर लंबित होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह बैकलॉग 2 दिन में पूर्ण किया जाए। आरआरटी सभी घरों तक पहुंचे, जानकारी प्राप्त कर और दवाओं की किट उन्हें उपलब्ध कराएं। इस कार्य के लिए यदि मैनपावर या वाहन की आवश्यकता है तो तत्काल उपलब्ध कराया जाए। मरीजों से लगातार बात की जाए, दिन में तीन बार उनसे उनकी स्वास्थ्य की चर्चा करते हुए उनका मनोबल बढ़ाया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि आने वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जाए, जो गंभीर है उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाए। उन्होंने कहा कि जल्द ही शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन करना होगा। उन्होंने कहा कि सभी 56 सरकारी साइड सहित प्राइवेट नर्सिंग होम को वैक्सीन उपलब्ध करायी जाए ताकि वैक्सीनेशन में तेजी आ सके। जनपद के सभी सरकारी अस्पताल में वैक्सीनेशन शत-प्रतिशत करना सुनिश्चित किया जाये। इस मौके पर सीडीओ शैलेष कुमार, नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, एडीएम राम अक्षयवर चौहान, संजय पांडेय, नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, प्रधानाचार्य एमएलबी डा. एनएस सेंगर, डा. जितेन्द्र सिंह, डा. जकी अहमद सिद्दीकी, प्रभारी सीएमओ डॉक्टर सुधीर कुलश्रेष्ठ, डॉ.आरआर सिंह सहित सेक्टर मजिस्ट्रेट व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।