कोविड-19 के संक्रमण को लेकर पुलिसकर्मी ना हो चिंतित…
पुलिसकर्मियों के उपचार के लिए अलग से अस्पताल…
तबीयत ज्यादा खराब होने पर बड़े अस्पताल में कराया जाएगा भर्ती…
नोएडा, 07 मई। पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने कहा है कि कोविड-19 के संक्रमण को लेकर पुलिसकर्मी चिंतित ना हो। उनके उपचार के लिए अलग से एक अस्पताल शुरू किया गया है। अगर पुलिस कर्मियों की तबीयत ज्यादा खराब होती है तो उन्हें बड़े अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने कहा कि डॉक्टरों का मत है कि कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए डबल माक्स का प्रयोग किया जाए। उन्होंने पुलिसकर्मियों से आह्वान किया कि वे ड्यूटी के दौरान डबल मास्क का प्रयोग करें।
यह बात पुलिस आयुक्त ने पुलिस लाइन में आयोजित कोविड-19 टेस्ट कैंप के दौरान कहीं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान पुलिसकर्मियों की ड्यूटी चुनाव तथा मतगणना में लगी थी। इस वजह से पुलिस कर्मियों के संक्रमित होने की ज्यादा संभावना थी। उन्होंने बताया कि जितने पुलिसकर्मी चुनाव ड्यूटी में लगे थे, उनका आज पुलिस लाइन में कोविड-19 का टेस्ट कराया गया। इसके लिए एक विशेष कैंप लगाया गया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि तीन पुलिसकर्मी एंटीजन टेस्ट में संक्रमित पाए गए, जिन्हें कोविड-19 केयर संस्थान में उपचार के लिए भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि फ्रंट वैरीयस के रूप में काम कर रहे पुलिसकर्मी कोरोना काल में लोगों को हर तरह से मदद कर रहे हैं। कानून व्यवस्था संभालने से लेकर लोगों को दवाई दिलवाने, हॉस्पिटल में भर्ती करवाने, ऑक्सीजन उपलब्ध कराने तथा प्रवासी मजदूरों को सकुशल उनके घर भेजने सहित विभिन्न कार्यों में पुलिसकर्मी लगे हैं। इस वजह से पुलिस कर्मियों के संक्रमित होने की ज्यादा संभावना है। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मी ड्यूटी के समय कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करें तथा चेकिंग के दौरान विशेष सावधानी बरतें कि वे संक्रमित ना हो पाए।
पुलिस उपायुक्त लाइन व मुख्यालय मीनाक्षी कात्यायन ने पुलिसकर्मियों को डबल मास्क पहनने की विधि बताया तथा आह्वान किया कि वे डबल मास्क का प्रयोग करें, ताकि कोविड-19 के संक्रमण से बचा जा सके। श्रीमती कात्यायन ने बताया कि 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी अब तक कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं। दो पुलिसकर्मियों का मई माह में कोविड-19 के संक्रमण की वजह से देहांत हुआ है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…