कोरोना काल में रोजगार में निरंतरता बनाये रखने की कोशिश…
लखनऊ, 01 मई । उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि कोरोना संकट के कठिन समय में भी शहरों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक लोगों के लिए रोजगार की निरंतरता बनाए रखने पर ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिये निवेश संबंधी प्रस्तावों को तेजी से स्वीकृति प्रदान करने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा तथा अन्य योजनाओं में रोजगार मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि सरकार ने वाराणसी, गोरखपुर, कानपुर, आगरा, मुरादाबाद और आजमगढ़ में इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जाने का फैसला किया है, ताकि प्रदेश में निवेश के इच्छुक निवेशकों को सस्ते में जमीन मिल सके। इसके अलावा बरेली, लखनऊ, अलीगढ़ और सहारनपुर में आईटी पार्क अगले महीने से बनाया जाने लगेगा।
एक आईटी पार्क में पांच हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा। इनके निर्माण का कार्य जल्द से जल्द शुरू किया जाए, इसके निर्देश दिए गए हैं। उन्होने बताया कि सरकार की मंशा स्पष्ट है कि कोरोना संक्रमण के चलते सूबे में रोजगार का संकट खड़ा नहीं होना चाहिए। इसलिए रोजगार मुहैया कराने वाले कारोबार सतर्कता के साथ चलते रहें और राज्य में निवेश संबंधी नए प्रस्ताव जल्द से जल्द जमीन पर लगे, इस पर ध्यान दिया जा रहा है।
इसके लिए निवेशकों के संग अधिकारी संपर्क बनाए हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि निवेशकों से संपर्क कर बरेली, लखनऊ, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, गोरखपुर और वाराणसी में आईटी पार्क का निर्माण कार्य शुरू कराया जा रहा है। इन सभी जिलों में आईटी पार्क के लिए जमीन चिंहित कर ली गई है
लखनऊ में बनने वाला आईटी पार्क एयरपोर्ट के सामने यूपीडीपीएल की जमीन पर बनेगा।हर आईटी पार्क में पांच हजार लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया होंगे।जिसके चलते इलेक्ट्रानिक्स विभाग के अफसर इन पार्कों का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू हो, इसके लिए निवेशकों के संपर्क में हैं।इसी तरह सूबे के छह शहर वाराणसी, गोरखपुर, आगरा, कानपुर, मुरादाबाद और आजमगढ़ में इंडस्ट्रियल पार्क स्थापित करने का निर्णय लिया गया है।सरकार का मत है कि उक्त पार्कों के बनने से इन शहरों में लोगों को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा।
इसके अलावा छोटे उद्योगों को भी सरकार कच्चा माल उपलब्ध कराने पर ध्यान दे रही हैं, ताकि उनके उत्पादन में रुकावट ना आने पाए।इसके साथ ही सरकार ने शहरी क्षेत्रों के उद्योग-धंधों में लगे श्रमिकों के सामने रोजगार का संकट ना हो इस पर राज्य सरकार ने पहले से ही उद्योगों को निरंतर चलाने के निर्देश दे रखे हैं।यह प्रयास किया जा रहा है कि किसी भी फैक्ट्री में उत्पादन बंद ना हो।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…