सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 1 मई श्रमिक दिवस पर श्रमिक बंधुओं को…
बधाई देते हुए कहा है कि यह दिन श्रमिक एकता और उनके सम्मान का दिन…
लखनऊ 30 अप्रैल। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 1 मई श्रमिक दिवस पर श्रमिक बंधुओं को बधाई देते हुए कहा है कि यह दिन श्रमिक एकता और उनके सम्मान का दिन है। इसी दिन सबसे पहले श्रमिक अधिकारों और काम के निश्चित समय की मांग उठी थी। आज भी श्रमिक अपने अधिकारों से वंचित है, उनकी लड़ाई जारी रहेगी। समाजवादी पार्टी श्रमिक हितों की पक्षधर है और उनके हर संघर्ष में साथ रहेगी।
जब से भाजपा सरकार आई है श्रमिक हितों से खिलवाड़ होने लगा है। श्रम कानून उद्योग घरानों के हित संरक्षक हैं और श्रमिक अपनी रोजी-रोटी के लिए तरस रहा है। संविदा की नई प्रक्रिया में श्रमिकों का मान सम्मान, रोजगार की गारंटी सब समाप्त हो चला है। कितने दुःख की बात है कि कोरोना संकट काल में पलायन कर आए श्रमिकों को आज भी उपेक्षा, बेकारी तथा बीमारी का दंश झेलना पड़ रहा है। भाजपा सरकार ने उन्हंे सड़क पर अपने भाग्य के भरोसे छोड़ दिया है। पिछले लाकडाउन में कितने श्रमिक आए, उनमें कितनों को रोजगार मिला और इन दिनों के संकट काल में कितने श्रमिक आए उनकी क्या व्यवस्था सरकार ने की। इस पर सरकार ने चुप्पी साध रखी है। भाजपा ने लोकतंत्र का मजाक बना दिया है। उसके लिए किसान, मजदूर, नौजवान सभी उपेक्षा के पात्र हैं। उसकी प्राथमिकताओं में पूंजी घराने हैं। श्रमिकों के प्रति इतनी बेपरवाह और निर्मम सरकार नहीं देखी गई।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…