रेमडेसिवर, फैबिफ्लू की कालाबाजारी करने वाले 4 गिरफ्तार…
मुरादाबाद, 30 अप्रैल । मुरादाबाद पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो रेमडेसिवर इंजेक्शन और फैबिफ्लू टैबलेट की कालाबाजारी करते थे। पकड़े गए लोगों में तीन प्रमुख निजी अस्पतालों में काम करते हैं। गिरोह के एक और सदस्य को गिरफ्तार करने की कोशिश जारी है। ये दो दवाएं कोविड रोगियों के उपचार के लिए जरूरी मानी जाती हैं। पुलिस के अनुसार, एक कोविड पॉजिटिव मरीज के परिवार द्वारा मुरादाबाद एसएसपी के पास एक शिकायत दर्ज की गई थी जिसके बाद छापे मारे गए और चारों को रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपियों की पहचान पीयूष कुमार (22), कामरान (24), सद्दाम (26) और जीवन (25) के रूप में हुई है, जबकि रिक्की ठाकुर (28) फरार है। मुरादाबाद के एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा, शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, एक विशेष संचालन समूह (एसओजी) और मझोला पुलिस ने कालाबाजारी रैकेट पर नकेल कसने के लिए एक संयुक्त अभियान शुरू किया और शहर के प्रमुख निजी अस्पतालों में छापे मारे गए। आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से रेमडेसिवर इंजेक्शन की दो खाली और दो भरी शीशियां, एक सिरिंज, 12 फैबफ्लू टैबलेट और 62,000 रुपये नकदी बरामद की गई। पूछताछ के दौरान, चार संदिग्धों ने कहा कि उन्होंने अस्पताल की आपूर्ति से कोविड रोगियों के इलाज के लिए रेमडेसिवर और अन्य दवाएं चुरा लीं और उन्हें प्रीमियम पर बेच दिया। हर रेमडेसिवर शीशी को 20,000 से 25,000 रुपये के बीच बेचा गया। मझोला थाने के एसएचओ मुकेश शुक्ला ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…