प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमित 37,238 नये मामले, 22,566 लोग डिस्चार्ज…
लखनऊ 23 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में बड़ी संख्या में टेस्टिंग का कार्य करते हुए, टेस्टिंग की क्षमता निरन्तर बढ़ायी जा रही है। गत एक दिन में कुल 2,25,236 सैम्पल की जांच की गयी। जिसमें 01 लाख से अधिक जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से की गयी है 2.5 लाख से अधिक सैम्पल टेस्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में अब तक कुल 3,93,14,905 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 37,238 नये मामले आये है। प्रदेश में 2,73,653 कोरोना के एक्टिव मामले में से 2,18,000 लोग होम आइसोलेशन में तथा शेष मरीज सरकारी चिकित्सालयों में इलाज भी करा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घंटे में 22,566 लोग तथा अब तक कुल 7,28,980 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 2,24,413 क्षेत्रों में 5,60,572 टीम दिवस के माध्यम से 3,31,20,013 घरों के 16,00,98,783 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश में 45 वर्ष से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन चल रहा है। इसमें पात्र व्यक्ति अपना वैक्सीनेशन आवश्यक करवाये। उन्होंने लोगों से अपील की है कि 45 वर्ष से अधिक लोगों का कोविड वैक्सीनेशन कराने में सहयोग प्रदान करें। अब तक 95,64,090 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गयी तथा पहली डोज लेने वालों में से 18,77,291 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गयी हैं। इस प्रकार कुल 1,14,41,381 वैक्सीन की डोज लगायी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि शनिवार को भी कोविड वैक्सीनेशन किया जायेगा। 01 मई, 2021 से 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का भी टीकाकरण प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी केन्द्रों पर निशुल्क कोविड वैक्सीनेशन किया जायेगा। कल मुख्यमंत्री ने लखनऊ सहित विशेषकर 10 जिले है जहां पर संक्रमण अधिक है, वहां के सभी उच्च अधिकारियों से वर्चुअल समीक्षा बैठक की, उच्चधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपने जिले में अधिक से अधिक बेड तथा ऑक्सीजन युक्त बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये है।
श्री सहगल ने बताया कि कोविड प्रबंधन के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी प्रतिबद्धता के साथ टीम-11 के सदस्यों साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि रेमेडेसिवर, जीवन रक्षक दवाओं तथा ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वालों पर गैंगस्टर, एनएसए लगाया जायेगा और ऐसे लोगों की सम्पत्ति भी जब्त की जायेगी। श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश में उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं तथा जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रहेगी। प्रदेश में अस्पतालों में ऑक्सीजन की समस्याओं के लिए मुख्यमंत्री ने समीक्षा करते हुए कंट्रोल रूम बनाने के निर्देश दिये। प्रदेश सरकार सरकारी अस्पतालों में स्थानीय स्तर पर हवा से ऑक्सीजन बनाने के प्लांट लगाने की योजना की भी समीक्षा की जा रही है, और बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा कुल मिलाकर 31 अस्पतालों में एयर सैपरेटर लगाने के निर्देश जारी किये जा चुके है। वह अगले 10-15 दिन के मध्य में 31 अस्पतालों में उपलब्ध करा दिये जायेंगे। प्रदेश में एयर सैपरेटर स्थापित हो जाने से प्रदेश के बाहर से ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होगी। इसके साथ-साथ भारत सरकार के द्वारा प्रदेश सरकार को 1500 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर आवंटित किये गये है। विभिन्न अस्पतालों मंे भेजे जा रहे है। प्रदेश सरकार द्वारा ऑक्सीजन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सभी नागरिकों से अपील है कि सभी को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है, ऑक्सीजन की आवश्यकता केवल 01-02 प्रतिशत लोगों को ही होती है। सभी लोग ऑक्सीजन सिलेण्डर व रेमेडिसिवर को इकट्ठा न करे। प्रदेश सरकार व भारत सरकार सभी प्रकार से प्रयासरत है कि ऑक्सीजन/रेमेडिसिवर की कमी किसी भी प्रकार न हो।
श्री सहगल ने बताया कि प्रत्येक शुक्रवार रात 08 बजे से सोमवार सुबह 07 बजे तक सम्पूर्ण प्रदेश में साप्ताहिक बंदी रहेगी। प्रदेश में साप्ताहिक बंदी में पूरे प्रदेश में सैनेटाइजेशन, स्वच्छता एवं सफाई का कार्य नगर निगम द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया जायेगा। आवश्यक सेवाओं एवं सामान्य औद्योगिक गतिविधियों को छोड़कर सभी गतिविधियां बाधित रहेंगी। उन्होंने बताया साप्ताहिक बंदी में उद्योगों के कर्मचारी और सरकारी विभागों में जो कर्मचारी कार्यरत हैं वे अपना आई-कार्ड दिखाकर कार्यालय आवागमन कर सकते हैं। इसके साथ-साथ वाहनों का जो आवागमन है आवश्यक कार्यों के लिए जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि लोग अफवाह से दूर रहें, बिना किसी सत्यापित खबर पर विश्वास न करें। कोविड-19 संक्रमण पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कंटेनमेंट जोन में सख्त कड़ाई की जाए। वहां पर मूवमेंट तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए, जिससे संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके।
श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद किये जाने हेतु 6000 क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि एक नई व्यवस्था के तहत कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्र खोलने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने बताया कि किसान उत्पादक संगठन 150 केन्द्रों के माध्यम से संचालित किया जायेगा। उन्होंने जिलाधिकारियों के द्वारा कृषक उत्पादक संगठनों (एफ0पी0ओ0) को भी क्रय केन्द्रों से जोड़कर गेहूं क्रय का कार्यक्रम शुरू कर दिया गया है। यह व्यवस्था प्रदेश में पहली बार हो रही है। 01 अप्रैल से 15 जून, 2021 तक गेहूँ खरीद का अभियान जारी रहेगा। गेहूँ क्रय अभियान पिछले वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष 08 गुना अधिक खरीद की गयी।
श्री सहगल ने लोगों से अपील है कि मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से करे, सैनेटाइजर व हाथ साबुन से अवश्य धोते रहे। उन्होंने बताया कि संक्रमण अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें। अपने हाथ को साबुन-पानी से निरन्तर धोते रहें। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। उन्होंने कहा कि घर के बड़े-बुजुर्गों का टीकाकरण अवश्य कराएं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…