आॅक्सीजन की कमी के चलते मचे हाहाकार के बीच दु:खद हादसा…
अस्पताल में आॅक्सीजन रिसने और सप्लाई बाधित होने से 22 मरीजों की दर्दनाक मौत…
वेंटीलेटर पर थे 23 मरीज, आधे घंटे में 22 ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ा…
दूसरे टैंकर में गैस भरते समय हुए रिसाव के बाद रोकी गई थी सप्लाई…
लखनऊ/मुबंई। महाराष्ट्र के कई शहरों में ऑक्सीजन की भारी कमी के बीच, नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल से ऑक्सीजन टैंक रिसाव की दु:खद बड़ी घटना सामने आई है। हादसे के चलते आधे घंटे के लिए ऑक्सीजन सप्लाई रोकने के कारण 22 मरीजों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि जब यह सप्लाई रोकी गई तब कई मरीज वेंटिलेटर पर थे।महाराष्ट्र सरकार का कहना है कि घटना वाकई दुखदायी है। घटना की विस्तृत रिपोर्ट तलब की गई है, इसके लिए एक जांच कमेटी भी गठित की गई है।
एफडीए मंत्री राजेंद्र शिंगाने का कहना है कि घटना के लिए दोषी लोगों को सजा मिलेगी। उनका कहना है कि टैंकर के वाल्व में खराबी होने की वजह से बड़े पैमाने पर टैंकर से ऑक्सीजन रिसने लग गई थी। इसी रिसाव का असर अस्पताल में मौजूद मरीजों की ऑक्सीजन सप्लाई पर भी पड़ा। घटना के वक्त वेंटीलेटर पर 23 मरीज थे, इनमें से ही 22 मरीजों की जान चली गई, केवल एक मरीज ही बच सका। फिलहाल तकरीबन 35 मरीजों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
अस्पताल में दूसरे टैंकर को भरते समय एक ऑक्सीजन टैंकर लीक हो जाने से अस्पताल परिसर में धुआं (गैस) फैल गया। मौके पर मौजूद लोगों ने फेसशील्ड लगाकार ऑक्सीजन को रोकने का प्रयास किया। फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में किया। घटना से अस्पताल के पूरे इलाके में गैस फैल गई। बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन के व्यर्थ होने की घटना सामने आई है। यह घटना ऐसे समय घटी है जब महाराष्ट्र के साथ ही पूरे देश में ऑक्सीजन की किल्लत बनी हुई है।
हादसे के समय अस्पताल में 171 मरीज भर्ती थे, जिन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। नासिक जिला प्रशासन ने माना है कि लीकेज की वजह से ऑक्सीजन की सप्लाई ठप हो गई, इसी वजह से वेंटिलेटर पर मौजूद मरीज तड़पने लगे और आधे घंटे में ही 22 लोगों की मौत हो गई।
(21 अप्रैल 2021)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,