*एक बार फिर बढ़ा लॉकडाउन का खतरा*
*बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर बढ़ी यात्रियों की भीड़*
*नई दिल्ली।* भैया, क्या करें। कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर सरकार के निर्देशानुसार मेरे कालेज बंद कर दिया गया है। अब आनलाइन कक्षा ही लगेगी। इस कारण गांव लौट रहा हूं। आनंद विहार बस अड्डा और रेलवे स्टेशन पर सोमवार को ऐसे छात्रों के अलावा उन यात्रियों की संख्या ज्यादा थी जो गेहूं कटाई करने, पंचायत चुनाव में मतदान करने और शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। कुछ यात्री ऐसे भी मिले जो बीमार स्वजन या करीबी से मिलने जा रहे थे।
आनंद विहार बस अड्डे पर मुरादाबाद, बरेली, सीतापुर, गोरखपुर, अलीगढ़, बदायूं, लखनऊ, देहरादून, ऋषिकेश, सहारनपुर जाने वाले यात्री ज्यादा थे। बस अड्डे के आसपास से काफी निजी बसें चलती हैं। उन बसों में बिहार के विभिन्न शहर और कस्बों में जाने वाले यात्रियों का दबाव था। आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर गोरखपुर जाने वालों के अलावा बिहार के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पटना, सिवान, छपरा, हाजीपुर समेत कई इलाकों का रुख करने वाले यात्रियों की भीड़ दिखी। उत्तर प्रदेश में प्रयागराज, कानपुर जाने वाले यात्री भी थे।
ये कारण बता रहे लौटने वाले लोग
मैं नाटिकल साइंस में डिप्लोमा कर रहा हूं। दिल्ली में मेरा इंस्टीट्यूट है। कोरोना के मामले बढ़ने पर इंस्टीट्यूट में शिक्षण स्थगित कर दिया गया है। इस कारण अपने घर सुलतानपुर जा रहा हूं।
-शिवेंद्र कुमार, छात्र
सावधान रह कर कोरोना से लड़ते हुए जीना है। उससे डरना नहीं है। मैं भतीजी की शादी में शामिल होने लखनऊ जा रहा हूं। कुछ दिन में लौट आऊंगा।
-अयूब खान, पटेल नगर
मेरी भांजी की शादी है। उसमें शामिल होने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में जा रहा हूं। आनंद विहार रेलवे स्टेशन से मेरी ट्रेन है। कोरोना से बचाव के उपाय अपनाते हुए यात्रा पर निकला हूं
-प्रमोद, नांगलोई
मैं मूल रूप से सीतापुर का रहने वाला हूं। दिल्ली में एक कंपनी में काम करता हूं। 15 अप्रैल को गांव में पंचायत चुनाव है। मतदान करने के लिए जा रहा हूं। आनंद विहार बस अड्डे से बस पकड़नी है।
-प्रवीण कुमार, नरेला
मैं मजदूरी करता हूं। गेहूं काटने के लिए रेवाड़ी गया था। मेरे साथ कई लोग है। अब अपने घर लौटने के लिए बस पकड़ने आनंद विहार बस अड्डे आए हैं। गांव में अपने खेत से भी गेहूं काटने हैं।
-सुरजीत, शाहजहांपुर