दुर्लभ कलाकृतियों का आकर्षण देखते ही बनता है मास्को में…

दुर्लभ कलाकृतियों का आकर्षण देखते ही बनता है मास्को में…

 

मास्को दुनिया के उन बड़े शहरों में है, जहां की नाइट लाइफ, भव्य इमारतें, म्यूजियम और दुर्लभ कलाकृतियों का आकर्षण देखते ही बनता है। अगर विदेश यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं, तो मास्को की रोमांचक यात्रा ताउम्र न भूलने वाली यादें होंगी…

 

मास्को अपनी भव्यता और आकर्षण के लिए दुनियाभर में मशहूर है। यहां बर्फ पर बनी पेंटिग्स और मूर्तिकला को देखने दूर-दूर से पर्यटक खींचे चले आते हैं। साथ ही, ऐतिहासिक और पुरातात्विक में रुचि रखने वालों के लिए भी यह उम्दा शहर है। महलों और भवनों की वास्तुशैली देखते ही बनती है। यही कारण है कि इस शहर को क्रिएटिविटी का खजाना भी कहा जाता है। नाइटलाइफ पसंद लोगों के लिए तो मास्को स्वर्ग से कम नहीं है। तरह-तरह के बार, म्यूजियम और पार्क छुट्टियों में चार चांद लगा देंगे।

 

क्रेमलिन

करीब एक वर्ग किमी. में फैले इस क्षेत्र में क्रेमलिन की मजबूत दीवार और भव्य इमारतों को देखकर रोमांचित फील करेंगे। इसकी बनावट को देखकर रूस की नौकरशाही की भव्यता की अनुभूति कर सकते हैं। दिलचस्प यह है कि मास्को आने वाले पर्यटक अपना सबसे ज्यादा वक्त यहीं बिताना पसंद करते हैं, क्योंकि यहां उन्हें ऐतिहासिक और स्थापत्य कला की कई अनूठी चीजें भी देखने को मिलती हैं।

 

एजम्पशन कैथेड्रल

रशियन रिवॉल्यूशन से पहले देश का यह केंद्रीय चर्च हुआ करता था। अपनी अनोखी बनावट के कारण यह कैथेड्रल रूस में लोकप्रिय रहा है। बताते हैं कि क्रांति के दौरान यह रूसी आर्थोडॉक्स चर्च का कब्रगाह बन गया था। वर्ष 1320 से 1700 के बीच सैकड़ों लोगों की जानें गईं। कैथेड्रल में सैलानियों के आने के लिए प्रवेश पश्चिमी छोर से है। अगर आप क्रेमलिन आएं, तो एक बार यहां भी विजिट करना न भूलें। कई अविस्मरणीय चीजें आपको यहां देखने को मिलेंगी।

 

टेरेम पैलेस

16वीं और 17वीं सदी का यह पैलेस क्रेमलिन के खूबसूरत महलों में शुमार है। वैशली थर्ड ने इसे पत्थरों से बनवाया था। इस पैलेस में डाइनिंग रूम, लिविंग रूम, बेडरूम और स्टडी रूम के अलावा, कई छोटे-छोटे गिरिजाघर बने हुए हैं। स्थापत्य और ऐतिहासिक धरोहरों को करीब से देखने के शौकीन पर्यटक यहां खिंचे चले आते हैं।

 

डायमंड फंड एग्जीबिशन

अगर दुर्लभ, अनोखी चीजें देखने की इच्छा हो, तो डायमंड फंड एग्जीबिशन भी घूम आइए। यहां भी आपको एक से बढ़कर एक विचित्र चीजें देखने को मिलेंगी। यह प्रदर्शनी शस्त्रागार की बिल्डिंग में ही स्थित है, जिसमें महारानियों के बेशकीमती जेवरात और महंगे पत्थरों का संग्रह देखने को मिलेगा। यहां हीरे और मोतियों से बने पुराने आभूषण भी देख सकते हैं।

 

स्टेट म्यूजियम

स्टेट हिस्ट्री म्यूजियम में कई अनूठी चीजों का कलेक्शन मौजूद है। 19वीं सदी में बनी म्यूजियम की बिल्डिंग सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। इसमें बने कमरों की स्थापत्य शैली में कई सदियों की शिल्पकारी को इस्तेमाल में लाया गया है। दीवारों की साज-सज्जा इस तरह है, जो कि आपको रूस के पुराने चर्चों की याद दिलाएंगे। पर्यटकों के लिए वर्ष 1997 में इस म्यूजियम को दोबारा खोला गया, तब से कई नई अत्याधुनिक गैलरी इस म्यूजियम में शामिल हो चुकी हैं। बोलशोई थियेटर बोलशोई थियेटर स्क्वॉयर में तीन और भव्य थियेटर हैं। इसमें एक लंबा-चैड़ा प्लाजा और फाउंटेन भी है। लेकिन पर्यटक अक्सर बोलशोई थियेटर ही देखने आते हैं। वर्ष 1824 में गुलाबी और सफेद रंग में बना यह ऐतिहासिक थियेटर अब तक कई बड़े-बड़े प्रीमियर के आयोजन का गवाह बन चुका है।

 

आइस स्कल्पचर गैलरी

आइस स्कल्पचर यानी बर्फों पर चित्रकारी पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है। आइस स्कल्पचर गैलरी में बर्फ पर बनी चित्रकारी पूरे साल भर देखा जा सकता है। यह गैलरी अपने आप में अनोखी इसलिए भी है, क्योंकि यह एक रेफ्रिजरेटेड हाउस है, जिसमें आपको विंटर वंडरलैंड की अनुभूति होगी। यहां की अद्भुत आकृति वाली चित्रकारी और रंग-बिरंगी लाइटों को देखकर आप बहुत रोमांचित फील करेंगे। गैलरी के अंदर करीब 10 डिग्री तापमान होता है, इसलिए पर्यटकों को इसमें अंदर जाने से पहले विशेष ड्रेस उपलब्ध कराए जाते हैं। गोर्की पार्क मास्को में पार्ट ओर्नामेंटल पार्क, पार्ट फन फेयर और गोर्की पार्क देखने लायक जगहें हैं। गोर्की पार्क नदी के किनारे करीब 3 किमी. में फैला है। इस पार्क का भव्य द्वार, एम्यूजमेंट पार्क, हवा में ऊंचाई पर लहराते झंडे और पुराने दौर के संगीत का अविस्मरणीय अनुभव आप कभी नहीं भूल पाएंगे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…