नए जमाने में तकनीक के जरिए प्यार चढ़ रहा है परवान…
तेजी से बदलते जमाने में भी दो प्रेमियों के बीच प्यार की भावना में बदलाव नहीं आया है। प्यार की परिभाषा आज भी वैसी ही है जैसी सदियों पहले थी लेकिन प्यार के इजहार के तरीकों में जरूर बदलाव आ गया है और आधुनिक लैला मजनू और हीर रांझा को अब खुलेआम अपने इश्क का इजहार करने में कोई गुरेज नहीं है। प्यार के इजहार के आधुनिक तरीकों में नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल भी शामिल है। प्रेमी अब अपनी इस भावना के प्रदर्शन के लिए मोबाइल, ई-मेल और सोशल नेटवर्किंग साइट्स का भरपूर सहारा ले रहे हैं। महानगरों में प्रेमियों को एक दूसरे से अपनी दिल की बात कहने के लिए कई रेस्टोरेंट्स भी अपना मंच उपलब्ध करा रहे हैं।
कई रेस्टोरेंट्स में प्रेमियों के लिए एक विशेष संदेश बोर्ड रखा जाने लगा है जिसका उपयोग प्रेमी प्रेमिका एक दूसरे से दिल की बात कहने के लिए करते हैं। रेस्टोरेंट कूल ट्रीट के प्रबंधक असीम भट्टाचार्य ने कहा कि उन्होंने दो साल पहले विदेशों की तर्ज पर अपने रेस्टोरेंट में इस अवधारणा की शुरुआत की। शुरुआत में उन्हें इस प्रयोग में ज्यादा सफलता नहीं मिली लेकिन धीरे-धीरे युवाओं में इसका उत्साह दिखने लगा। भट्टाचार्य बताते हैं कि अब तो उनका यह बोर्ड हर वक्त प्रेमी प्रेमिकाओं के प्यार भरे संदेशों से भरा रहता है।
वेलेंटाइन डे जैसे अवसर पर अपनी चाहत का इजहार करने के लिए समाचारपत्रों का भी भरपूर उपयोग किया जाने लगा है। इनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई समाचारपत्र प्यार को समर्पित इस दिन को विशेष परिशिष्ट निकालते हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय में बीकाम आनर्स के छात्र पंकज विश्वकर्मा कहते हैं कि उन्हें प्यार के इजहार के लिए ई-मेल और एसएमएस के अलावा समाचारपत्र बेहतरीन माध्यम लगता है। उनकी प्रेमिका जब उनकी भावनाओं को छपे हुए शब्दों के रूप में अपने सामने पाती है तो उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता। पंकज पिछले दो सालों से वेलेंटाइन डे पर समाचारपत्रों के माध्यम से अपने दिल की बात अपनी प्रेमिका तक पहुंचा रहे हैं।
दूसरी ओंर ई-मेल, एसएमएस और ग्रीटिंग कार्ड अब भी प्यार का संदेश पहुंचाने में अपनी पैठ बनाए हुए हैं। दिल्ली में ग्रीटिंग कार्ड की दुकान चलाने वाले रवि लखवानी बताते हैं कि दुकान में आने वाले 80 फीसदी युवाओंं की मांग प्रेमी प्रेमिकाओं संबंधी ग्रीटिंग कार्ड की ही होती है जो प्यार के इजहार से लेकर अपने साथी तक अपनी छोटी-छोटी भावनाएं पहुंचाने के लिए इनका उपयोग करते हैं। आधुनिक जमाने में भी प्यार के इजहार के पारंपरिक तरीकों जैसे रोमांटिक कैसेट्स और सीडी को बतौर उपहार देने के चलन में कमी नहीं आई है। संगीत बहार म्यूजिक स्टोर के मालिक कुलदीप टुटेजा ने बताया कि युवाओं के बीच अब भी रोमांटिक गानों की सीडी खरीदने का उत्साह है। वेलेंटाइन डे जैसे अवसरों पर तो इनकी बिक्री में कई गुना उछाल आ जाता है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…