उपसचिव से घूस वापस मांगने पर पुलिस से फर्जी फंसाने के आरोप (ऑडियो सहित)…

उपसचिव से घूस वापस मांगने पर पुलिस से फर्जी फंसाने के आरोप (ऑडियो सहित)…

लखनऊ 15 मार्च। एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश सचिवालय के उपसचिव श्याम मोहन तिवारी द्वारा मैनपावर सप्लाई के नाम पर जौनपुर के अखिलेश तिवारी से 12.5 लाख रुपये घूस लेने तथा अपना पैसा वापस मांगे जाने पर अखिलेश तिवारी को लखनऊ पुलिस की मदद से फर्जी मुकदमे में फंसाने के आरोपों की जाँच की मांग की है।
मुख्य सचिव आर के तिवारी को भेजी अपनी शिकायत में नूतन ने कहा कि उन्हें दिए गए साक्ष्यों एवं अभिलेखों के अनुसार अखिलेश तिवारी ने श्याम मोहन तिवारी तथा उनके सहयोगी ओंकारनाथ शाही को मैनपावर का काम दिलवाने के लिए अगस्त 2017 में 5 लाख रुपये तथा फ़रवरी 2018 में 7.5 लाख रुपये दिए. जब अखिलेश तिवारी को कोई काम नहीं मिला तो उन्होंने श्याम मोहन तिवारी और ओंकारनाथ शाही से अपने पैसे मांगने शुरू कर दिए। जब अखिलेश तिवारी ने अपने पैसे वापस मांगने के लिए ज्यादा जिद किया तथा धमकी देने गए तो इन दोनों ने मिलकर कैसरबाग़ थाने के तत्कालीन पुलिस इंस्पेक्टर के साथ मिलकर उनके खिलाफ सितम्बर 2018 में धमकी तथा वसूली के आरोपों में मु०अ०स० 276/2018 दर्ज करा कर अखिलेश तिवारी को जेल भेजवा दिया तथा मात्र एक मुकदमे के आधार पर थाना कैसरबाग में मार्च 2019 में गैंगस्टर एक्ट का मुक़दमा दर्ज कर दिया। नूतन के अनुसार अखिलेश तिवारी के पास इस बात के पर्याप्त साक्ष्य है कि उन्होंने श्याम मोहन तिवारी तथा उनके सहयोगी को पैसा दिया और वे अपना पैसा मांग रहे थे किन्तु उनके द्वारा बार-बार प्रार्थनापत्र देने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई और उलटे उन्हें जेल भेज दिया गया।
अतः उन्होंने इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जाँच कराते हुए दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कठोर विधिक एवं प्रशासनिक कार्यवाही कराये जाने की मांग की है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…