गरीबों के मसीहा डॉक्टर ऐ-के त्रिपाठी…
जर्मन होम्यो हाल एवं होम्योपैथिक एजेंसी लगातार गरीब व असहाय लोगों की…
मदद के लिए निरंतर सुर्खियों में रहने वाला एक मात्र अस्पताल…
लखनऊ राजधानी में स्थित जर्मन होम्यो हाल एवं होम्योपैथिक एजेंसी लगातार गरीब व असहाय लोगों की मदद के लिए निरंतर सुर्खियों में रहने वाला एक मात्र अस्पताल बनता जारहा है । हर रविवार यहां ऐसे लोगों का जमावड़ा लगता है, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नही होती, बताते चलें कि डाक्टर ऐ के त्रिपाठी हर रविवार यहां गरीबों का इलाज मात्र 20 रुपये में करते हैं, और यहां आने वाले मरीज़ डॉ साहब को अपनी दुआओं से नवाजते हैं। कोरोना काल के बाद जहां एक और अधिकांश डाक्टर अपनी आमदनी बढ़ाने में लगे रहे, वहीं दूसरी तरफ डॉ त्रिपाठी के इस कदम से लोगों में खुशी के साथ साथ दुआएं देते भी देखा गया,जाहिर है कि दुनिया में आज भी अच्छे व बेहतर इंसानों की कमी नही है।
डॉ त्रिपाठी का कहना है कि मैं सोमवार से शनिवार तक जितना कमाता हूँ उसमें से 60 से 70 प्रतिशत रविवार को गरीब व असहायों लोगों की मदद के लिए निकाल देता हूँ। डॉ त्रिपाठी ने यह भी बताया कि इस समाज सेवा में हेल्थ फार्माक्यूटिकल्स भी हमारी मदद कर रहा है, क्योंकि जितने हाथ मिलेंगे कारवां उतना ही बढ़ता जायगा। साथ ही डॉक्टर त्रिपाठी ने यह भी बताया कि हमारे आगे की योजना है, कि हम अब गांवों में जाकर भी ये काम करें क्योंकि भारत की असली आबादी गांवों में रहती है, और गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए यह जरूरी है। साथ ही गांवों में रहने वालों की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है, इसीलिए वे इलाज को महत्व नही दे पाते। जर्मन होम्यो हाल अपनी इस मुहिम को उत्तर प्रदेश व देश के कोने कोने तक ले जाने के तत्पर है।
संवाददाता सुहेल मारूफ की रिपोर्ट…