प्रदेश के विकास का ब्लू प्रिंट और विजन समाजवादी पार्टी के पास – अखिलेश…
लखनऊ 4 मार्च। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार जाने वाली है, वह बचेगी नहीं। इसलिए वह बौखला गई है। भाजपा विजनलेस है, विकास का ब्लू प्रिंट और विजन समाजवादी पार्टी के पास है। जनता आक्रोशित और त्रस्त है। भाजपा सरकार के पास अपना बताने को कोई काम नहीं है, प्रदेश में विकास के सभी बड़े प्रोजेक्ट समाजवादी पार्टी सरकार के समय के है। सन् 2022 के चुनावों में 350 से ज्यादा सीटें जीतकर समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी। उत्तर प्रदेश भाजपा इतने फासले से हारेगी कि उसे कल्पना भी नहीं होगी। गरीबों, मजदूरों, किसानों और महिलाओं का सम्मान और सुरक्षा समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर ही सुनिश्चित होगी।
भाजपा सरकार का रवैया अलोकतांत्रिक है। संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने और खत्म करने की साजिशें हो रही हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। राज्य सभा में बहुमत को ठुकराकर कृषि कानून पास कराए गए। किसान नाराज है तो तीन कृषि कानून उन पर थोपने की जिद क्यों सरकार कर रही है? प्रदेश में विधान परिषद में विपक्ष के बहुमत की अनदेखी हो रही है। भाजपा सरकार खेती बर्बाद करना चाहती है। किसान के खेत पर उद्योगपतियों का नियंत्रण होगा और किसान खुद अपनी जमीन पर मजदूर बन जाएगा। भाजपा सरकार ने किसानों को एमएसपी नहीं दी। मूंगफली और सरसों की कीमत कब मिलेगी? भारत सरकार देश के किसानों को सही कीमत देने के बजाय विदेशों से तेल आयात करती है। भाजपा सरकार में झांसी, महोबा, ललितपुर में सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या की है। बुन्देलखण्ड ने भाजपा को भरपूर समर्थन दिया पर उसने किसानों और गरीबों को धोखा दिया। डीजल-पेट्रोल के दामों में इतनी वृद्धि कभी नहीं हुई। रसोई गैस मंहगी है। सरकार इससे जो मुनाफा कमा रही है उसका पैसा कहां जा रहा है? चार साल बीत गए, तमाम योजनाएं प्रदेश में अधूरी पड़ी है। पांच बजट पेश हो गए, प्रदेश में डिफेंस कॉरिडोर का काम आगे नहीं बढ़ा है। कोई निवेश नहीं आया। लोगों के पास न कोई काम है, नहीं रोजगार है या नौकरी है। भाजपा सरकार में एक यूनिट बिजली उत्पादित नहीं हुई बल्कि विद्युत दरों में वृद्धि कर दी गई। समाजवादी पार्टी की सरकार में थ्री इन्टू सिक्स सिक्स्टी सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट स्थापित हुए थे।
लाकडाउन पीरियड में बाहर से आए श्रमिकों ने जो दर्द झेला, भाजपा सरकार ने किसी की कोई मदद नहीं की। ललितपुर में एक गर्भवती ने बच्ची को जन्म दिया, वह पैदल अपने गांव चल पड़ी। एक मां सूटकेस पर बच्चे को बिठाकर ले जाती दिखी। उसे ढूंढा जा रहा है। 90 श्रमिकों ने अपनी जान दे दी। उनकी मदद समाजवादी पार्टी ने ही की।
सरकार राष्ट्रीय सम्पत्ति बढ़ाती है पर भाजपा सरकार इससे उलट करती है। उसने तमाम राष्ट्रीय सम्पŸिायां, मुनाफेवाले संस्थान भी बेचने शुरू कर दिए हैं। रेलवे, बंदरगाह, हवाई अड्डा, बीमा, बैंक सभी बिक्री के लिए हैं। भाजपा ने इस बिक्री का नाम ‘मोनिटाइजेशन’ दिया है, यह जनता की आंखों में धूल झोंकने जैसा है। वह इसका इस्तेमाल तोड़ने के लिए करती है। भाजपा के कारण देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ी है।
भाजपा के राज में कानून व्यवस्था में भारी गिरावट आई है। हाथरस में एक दलित परिवार की बेटी की हत्या के बाद पुलिस ने उसके परिवार को दाहसंस्कार का भी अवसर नहीं दिया। वहीं एक बेटी के पिता की निर्मम हत्या कर दी गई। इस पर भी भाजपा सरकार राजनीति कर रही है। मुख्यमंत्री विपक्ष के प्रति असंसदीय और अशोभनीय भाषा बोलते हैं। इसकी आड़ में भाजपा जनता में दहशत पैदा करना चाहती है। लोकतंत्र में धमकाने वाली भाषा नहीं चल सकती है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…