उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अटल भूजल योजना प्रदेश के सभी जनपदों में लागू कर दी गयी…

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अटल भूजल योजना प्रदेश के सभी जनपदों में लागू कर दी गयी…

लखनऊ 3 मार्च। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अटल भूजल योजना प्रदेश के सभी जनपदों में लागू कर दी गयी है। इस योजना का उद्देश्य जन सहभागिता को सुनिश्चित करके प्रदेश के समस्त क्षेत्रों के भूजल प्रबन्धन में दीर्घकालिक सुधार करना है।
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार नवीनतम भूजल संसाधन आंकलन के आधार पर प्रदेश के कुल 826 विकास खण्डों में से 82 विकास खण्ड अतिदोहित, 47 विकास खण्ड क्रिटिकल, 151 विकास खण्ड सेमी क्रिटिकल तथा शेष 546 विकास खण्ड सुरक्षित श्रेणी में वर्गीकृत हैं। इन विकास खण्डों में से कुल 26 विकास खण्ड अटल भूजल योजना में सम्मिलित किये गये हैं। जनपद महोबा के जैतपुर व पनवारी विकास खण्ड अतिदोहित क्षेत्र तथा कबरई व चरखारी विकास खण्ड सेमी क्रिटिकल क्षेत्र में शामिल किये गये हैं। जनपद झांसी के मऊरानीपुर व बबीना विकास खण्ड भी सेमी क्रिटिकल क्षेत्र में शामिल किये गये हैं। जनपद बांदा के तिन्दवारी, जसपुरा व नरैनी विकास खण्ड सेमी क्रिटिकल क्षेत्र तथा बटोखर खुर्द व महुआ विकास खण्ड सुरक्षित क्षेत्र में सम्मिलित किये गये हैं जनपद हमीरपुर के सुमेरपुर, मौदहा व सड़ीला विकास खण्ड सेमी क्रिटिकल क्षेत्र व मुसकरा विकास खण्ड सुरक्षित क्षेत्र में शामिल किये गये हैं। जनपद चित्रकूट के कर्वी विकास खण्ड क्रिटिकल क्षेत्र में व रामनगर, मऊ तथा मानिकपुर सेमी क्रिटिकल क्षेत्र में शामिल किये गये हैं। जनपद ललितपुर के तालबेहटा ब्लाक खण्ड सेमी क्रिटिकल क्षेत्र में तथा जनपद मुजफ्फर नगर के बुधाना ब्लाक तथा जनपद शामली के कान्धला ब्लाक अतिदोहित क्षेत्र में शामिल किये गये हैं। जनपद बागपत के पिलाना ब्लाक क्षेत्र अतिदोहित व बागपत ब्लाक क्रिटिकल क्षेत्र में तथा जनपद मेरठ के रजपुरा व खरखोदा ब्लाॅक अतिदोहित क्षेत्र में सम्मिलित किये गये हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…