प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य  मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज लखनऊ के अनौराकलाँ स्थित…

प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य  मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज लखनऊ के अनौराकलाँ स्थित…

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पाँच साल से कम आयु के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के…

पोषण प्रबंधन हेतु “सम्पूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस” का शुभारम्भ किया…

लखनऊ 3 मार्च। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य  मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज लखनऊ के अनौराकलाँ स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में पाँच साल से कम आयु के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के पोषण प्रबंधन हेतु “सम्पूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस” का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा ”स्वास्थ्य विभाग की नवीन पहल के तहत इस कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है। प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को आंगनबाड़ी केंद्रों पर मनाए जा रहे ”वजन दिवस” में सैम और अल्पवजन के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को अगले दिन अर्थात प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को नजदीकी उपकेंद्र/हेल्थ वेलनेस सेंटर में उपचार एवं संदर्भन के लिए आमंत्रित कर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की जानी हैं। प्रदेश के समस्त जनपदों में संचालित इस अभियान में कुपोषण की समाप्ति के लिए कुल 71 जनपदों में 77 पोषण पुनर्वास केंद्र स्थापित हंै। इन केंद्रों के माध्यम से प्रत्येक वर्ष लगभग 18,000 सैम से ग्रसित बच्चों का चिकित्सकीय उपचार किया जा रहा है। प्रत्येक माह सम्पूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के आयोजन से लाखों कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उनका चिकित्सकीय प्रबन्धन किया जाना सम्भव होगा।
आज से प्रारम्भ किए जाने वाले इस विशेष दिवस के सम्बंध में विस्तार से बताते हुए डा० वेदप्रकाश, महाप्रबंधक, बाल स्वास्थ्य, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तरप्रदेश ने कहा, ”फिक्स्ड डे – फिक्स्ड साइट रणनीति पर आधारित इस पहल में प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार के इन विशेष सत्रों का क्रियान्वयन स्वास्थ्य विभाग की ए॰एन॰एम॰/सी॰एच॰ओ॰ एवं आशा कार्यकत्री एवं आई॰सी॰डी॰एस॰ विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकत्री के समन्वय से किया जाएगा। सत्र पर मोबिलाइज किए गए सभी सैम से ग्रसित बच्चों, जिनमें किसी प्रकार की चिकित्सीय जटिलता के लक्षण होंगे, उन्हें चिकित्सीय प्रबंधन के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र संदर्भित किया जाएगा और बिना जटिलता वाले सैम से ग्रसित बच्चों को सत्र पर ही प्रोटोकाॅल के अनुसार दवा एवं सूक्ष्म पोषक  तत्व दिए जाएँगे। बाल विकास एवं पुष्टाहार और इन सत्रों में नियमित स्वास्थ्य सेवाओं के अतिरिक्त कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य जाँच एवं प्रबंधन, गर्भवती महिला की प्रसव पूर्व जाँच, टीकाकरण एवं परिवार नियोजन आदि सेवाएँ प्रदान की जाएँगी। उन्होंने यह भी बताया कि मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तरप्रदेश की अध्यक्षता में सभी जनपदों के स्वास्थ्य एवं आई॰सी॰डी॰एस॰ विभाग के अधिकारियों की संयुक्त ऑनलाइन संवेदीकरण एवं नियोजन बैठक 30 जनवरी 2021 एवं 27 फरवरी 2021 को की जा चुकी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 संजय भटनागर ने कहा, ”यह हर्ष का विषय है कि बच्चों में मृत्युदर को कम करने एवं बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए सैम से ग्रसित एवं गम्भीर कुपोषित बच्चों के चिकित्सीय एवं पोषण प्रबंधन की एक नवीनतम समुदाय आधारित प्रणाली स्वास्थ्य विभाग की पहल का आज शुभारम्भ किया गया है।
कार्यक्रम में मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तरप्रदेश श्रीमती अपर्णा उपाध्याय, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ डा० संजय भटनागर, महाप्रबंधक, बाल स्वास्थ्य डा० वेद प्रकाश, महाप्रबंधक, आई0ई0सी0 डा0 मीनाक्षी सिंह और यूनिसेफ में पोषण विशेषज्ञ श्रीमती ऋचा एस॰ पाण्डेय सहित स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी स्वास्थ्य संगठनों के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…