उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दुग्ध समितियों से जुडे दुग्ध उत्पादको को उनके दूध की सही…
नाप-तौल तथा गुणवत्ता की पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चत करने एवं उनके दूध का उचित मूल्य दिलाने के उद्देश्य…
लखनऊ 16 फरवरी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दुग्ध समितियों से जुडे दुग्ध उत्पादको को उनके दूध की सही नाप-तौल तथा गुणवत्ता की पारदर्शी व्यवस्था सुनिश्चत करने एवं उनके दूध का उचित मूल्य दिलाने के उद्देश्य से 7,331 कार्यशील दुग्ध समितियों में डीपीएमसीयू की स्थापना की जा रही है। इस कार्य के अनुश्रवण हेतु वेब आधारित आॅनलाइन मानीटरिंग साफ्टवेयर का उपयोग किया जा रहा है, जिसके माध्यम से दुग्ध उत्पादको को सीधे उनके खातें में दुग्ध मूल्य भुगतान की व्यवस्था की गयी है। वर्तमान तक 5,865 डीपीएमसीयू की स्थापना की जा चुकी है।
दुग्ध विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार दूध का प्राकृतिक स्वभाव मौलिक रूप से बनाये रखने के लिए 244 बल्क मिल्क कूलर (बीएमसी) की स्थापना का कार्य किया जा रहा है। इस हेतु आवश्यक वित्तीय व्यवस्था रूरल इन्फ्रस्ट्रक्चर डेवलेपमेंट फण्ड (आर0आई0डी0एफ0)/अवस्थापना विकास कोष (आई0डी0एफ) के अन्तर्गत की गयी है। बीएमसी की स्थापना से दूध की कोल्ड चेन मेन्टेन होगी तथा गुणवत्ता बनी रहने से हानि बचायी जा सकेगी।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…