*चलती रहे जिदगी की गाड़ी :*
*ताकि भूख से न टूटे जिदगी की लड़ी..*
*फरीदाबाद।* कोरोना संकट के दौर में बहुत से लोग जरूरतमंद की मदद को आगे आए थे। कई संस्थाएं सक्रिय रहीं, मगर इनमें सेक्टर-15 गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा की गतिविधियां और सेवाएं शहर में सबसे अलग रहीं। यहां पिछले वर्ष 31 मार्च से 29 मई तक तक लंगर सेवा की गई। कोरोना के चलते उस दौरान लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे। ऐसे समय में जरूरतमंद की मदद को गुरुद्वारा कमेटी आगे आई, ताकि ऐसे लोगों की जिदगी की गाड़ी भी चलती रहे। गुरुद्वारे की संगत की ओर से रोजाना खाने के 30 हजार पैकेट बनाकर जरूरतमंद के घरों तक पहुंचाए गए। गुरुद्वारे में प्रतिदिन करीब 900 किलोग्राम दाल, 2,500 किलोग्राम से अधिक आटे की रोटियां बनाई जाने लगीं तो 700 किलोग्राम पुलाव भी पकाया गया। प्रतिदिन की इस सेवा में गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान खजान संधू, उप प्रधान अमरजीत सिंह, महासचिव राणा भट्टी, सर्वोदय फाउंडेशन की अध्यक्षा अंशु गुप्ता, उद्योगपति एचएस बांगा, उद्योगपति अजय जुनेजा, गुरविद्र सिंह आहूजा तथा राजेंद्र नागपाल भी सक्रिय रहे। लंगर सेवा का सारा कार्य उप प्रधान अमरजीत सिंह की देखरेख में चला और उमेश अरोड़ा समन्वयक के रूप में रहे।
जब कोरोना तेजी से बढ़ रहा था, उस समय बहुत से लोगों के घर खाने-पीने तक की दिक्कत थी। ऐसे हालात में गुरुद्वारे के सेवादारों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई। नगर निगम के सभी 40 वार्डों में रोजाना खाने के सात-सात सौ से अधिक पैकेज भिजवाएं गए। सेवा से बड़ा और कोई काम नहीं है। वाहेगुरु अकाल पुरख ने हम सब को सेवा की दात प्रदान की। सेवा करने का ऐसा अवसर सभी को नहीं मिलता। सभी की जिदगी की गाड़ी चलती रही, यही सच्चे पातशाह का उपदेश भी है। हमें खुशी है कि गुरुद्वारा की संगत हमेशा विपत्ति के समय सेवा को तैयार रहती है और आगे भी सेवा करती रहेगी।
-अमरजीत सिंह, उप प्रधान व लंगर सेवा प्रभारी, गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सेक्टर-15, फरीदाबाद