*सनसनीखेज: पेड़ से बांधकर किसान को जिंदा जला दिया….!*
*घर में सो रहा था अपहरण कर जंगल ले जाकर वारदात को दिया गया अंजाम*
*बटाईदार पर हत्या का आरोप, पुलिस कर रही तलाश*
*मौके पर जांच पड़ताल करते हुई पुलिस* 👆
*लखनऊ/बरेली।* यूपी के बरेली जिले के शीशगढ़ के गांव बरगवां में एक ग्रामीण को पेड़ से बांधकर जिंदा जला दिए जाने की सनसनीखेज घटना सामने आई है, हालांकि पुलिस अभी इसे खुलकर हत्या का मामला नहीं मान रही है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगा कि ये हत्या है या आत्महत्या ?शीशगढ़ के जंगल में सेमल के पेड़ में किसान का अधजला शव कंटीले तारों से बंधा हुआ मिला। बरगवां गांव निवासी (45 वर्षीय) धर्मपाल खेती किसानी करते थे। शनिवार को अपराह्न गांव से आधा किलोमीटर की दूरी पर जंगल में सेमल के पेड़ से धर्मपाल का बंधा मिला शव अधजली हालत में बरामद हुआ, उन्हे कंटीले तार से बांधकर जलाया गया था।
किसान का जला हुआ शव मिलने की सूचना पर एसपी (ग्रामीण) राजकुमार अग्रवाल, सीओ (बहेड़ी) यतेंद्र कुमार व थाना प्रभारी योगेश कुमार एवं फील्ड यूनिट टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की। पुलिस को मौके से तेल की केन मिली है। धर्मपाल के परिवार वालों ने करीब 20 साल पुराने विवाद में पड़ोस के ही एक व्यक्ति पर हत्या का आरोप लगाया है। कहा जा रहा है कि निर्माणाधीन मकान में सो रहे किसान का अपहरण कर उसे खेत में ले जाकर पेड़ से बांधकर जिंदा जला दिया गया। मृतक की डायरी परिजनों ने पुलिस को सौंपी है जिसमें बटाईदार तोताराम पर हत्या की आशंका जताते हुए किसान ने कई बातें लिखीं हैं।
मृतक की बेटी ने पुलिस को बताया कि उसके पिता को कई दिन से जान का खतरा था। उन्होने यह बात उसे बताई थी और सारा राज एक डायरी में लिख दिया था। थाना प्रभारी योगेश कुमार यादव के अनुसार किसान के घर पर एक लेटर बरामद हुआ है, उसमें लिखा है कि यदि हमें कुछ होता है तो उसके जिम्मेदार तोताराम होंगे। तोताराम की पुलिस ने तलाश शुरू कि तो वह घर से फरार हो गया। तोताराम व धर्मपाल के बीच काफी लंबे समय पहले रास्ते का विवाद चल रहा था जो 2004 में कोर्ट के फैसले के बाद खत्म हो गया था।
एसपी राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। (24 जनवरी 2021)
*विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,*