बसपा नेता रामअचल राजभर व कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी जेल भेजे गए…

बसपा नेता रामअचल राजभर व कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी जेल भेजे गए…

भाजपा नेता दयाशंकर सिंह व परिवार पर अभद्र टिप्पणी के मामले में कोर्ट में समर्पण किया था…

एक दिन पहले ही कुर्की वारंट जारी किया गया था, कल होगी सुनवाई…

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी के कद्दवार नेता एवं पूर्व परिवहन मंत्री राम अचल राजभर तथा कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी को लखनऊ एमपी/ एमएलए कोर्ट ने जेल भेज दिया है। कोर्ट ने पहले दोनों नेताओं को भगोड़ा घोषित किया था। बता दें कि दोनों नेताओं ने आज कोर्ट में सरेंडर किया था। कोर्ट में नेताओं ने जमानत की अर्जी डाली थी परंतु कोर्ट ने इसे खारिज करते हुए नेताओं को जेल भेज दिया है। इस मामले में अब कोर्ट कल सुनवाई करेगा। बतातें चलें कि भाजपा नेता दयाशंकर सिंह तथा परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का इन नेताओं पर आरोप है।
कोर्ट ने नसीमुद्दीन सिद्दीकी और राम अचल राजभर की संपत्ति की कुर्की के आदेश दिए थे, कोर्ट द्वारा बार-बार वारंट जारी किए जाने के बावजूद ये अदालत में हाजिर नहीं हुए थे। बाद में अदालत ने दोनों नेताओं को भगोड़ा घोषित कर दिया था। गौरतलब है कि जुलाई 2016 में भाजपा नेता दयाशंकर सिंह द्वारा बसपा अध्यक्ष मायावती के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के बाद खासा विवाद उत्पन्न हुआ था, इसके विरोध में बसपा कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया था।
इस मामले में दयाशंकर सिंह की मां तेतरा देवी ने 22 जुलाई 2016 को हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराई गई एफआईआर में आरोप लगाया था कि बसपा अध्यक्ष मायावती ने राज्यसभा में उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। नसीमुद्दीन सिद्दीकी व रामअचल राजभर ने मंगलवार को एमपी/एमएलए कोर्ट में सरेंडर के साथ अंतरिम जमानत की अर्जी डाली थी, कोर्ट ने अंतरिम जमानत की अर्जी खारिज कर दोनों को जेल भेज दिया। अदालत के विशेष जज पवन कुमार राय ने सोमवार को दोनों नेताओं की संपत्ति की कुर्की का आदेश जारी किया था। इस मामले में इनके अलावा बसपा के तत्कालीन राष्ट्रीय सचिव मेवालाल गौतम, अतहर सिंह राव व नौशाद अली भी अभियुक्त हैं।
इन सभी अभियुक्तों के खिलाफ 12 जनवरी, 2018 को आईपीसी की धारा 506, 509, 153ए, 34, 149 व पाॅक्सो एक्ट की धारा 11 (1) के तहत भी आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है। 22 जुलाई, 2016 को इस मामले की नामजद एफआईआर दयाशंकर सिंह की मां तेतरी देवी ने थाना हजरतगंज में दर्ज कराई थी। इसके दूसरे दिन नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर व मेवालाल की अगुवाई में बसपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ के हजरतगंज स्थित अम्बेडकर प्रतिमा पर उनके पुत्र दयाशंकर सिंह व परिवार के लोगों के प्रति अभद्र टिप्पणी करते हुए धरना-प्रदर्शन किया था। (19 जनवरी 2021)

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,