बांदा बाल यौन शोषण केस:..

बांदा बाल यौन शोषण केस:..

CBI को मिला जेई का सोशल मीडिया अकाउंट…

विदेशी दोस्तों को भेजता था फोटो…

बांदा बाल यौन शोषण कांड में नया मोड़ आ गया है।मामले के मुख्य आरोपी रामभवन की जांच के बाद दिल्ली के एम्स से गई विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम ने पीड़ित बच्चों की मेडिकल जांच की।अब तक की जांच के दौरान सीबीआई को रामभवन का एक सोशल मीडिया एकाउंट मिला है
जिसके जरिए वो अपने विदेशी दोस्तों से जुड़ा हुआ था जिस पर दोनों तरफ से बच्चों के यौन शोषण संबंधी फोटो और वीडियो का आदान प्रदान किया जा रहा था,सीबीआई कुछ बच्चों के बयान मजिस्ट्रेट के सामने भी दर्ज करायेगी।
यूपी के जल विभाग का जूनियर इंजीनियर रामभवन बांदा-चित्रकूट के 70 से ज्यादा बच्चों के यौन शोषण का आरोपी बताया जाता है।रामभवन को एचआईवी पॉजिटिव होने के शक में सीबीआई टीम ने इसी सप्ताह बांदा से दिल्ली लाकर एम्स में विभिन्न जांचे कराई थी और उसकी आवाज का सैंपल भी लिया था। रामभवन के इन तमाम परीक्षणों की अधिकारिक रिपोर्ट आना बाकी है, इस मेंडिकल जांच के बाद सीबीआई टीम ने पीड़ित बच्चों की मेंडिकल जांच कराने का निर्णय लिया और सीबीआई के निवेदन पर दिल्ली के एम्स अस्पताल से पांच डाक्टरों की विशेषज्ञ टीम आज चित्रकूट के जिला अस्पताल पहुंची जहां अनेक बच्चों का मेंडिकल परीक्षण कराया गया।पांच विशेषज्ञ डाक्टरो की टीम में दो महिला डाक्टर भी शामिल हैं, सीबीआई के आला अधिकारी ने बताया कि इस मामले में अब तक की जांच के दौरान आरोपी रामभवन का सोशल मीडिया पर उसके विदेशी दोस्तों के साथ एक एकाउंट मिला है। सूत्रों के मुताबिक इस एकाउंट में रामभवन और उसके विदेशी दोस्तों ने बाल यौन शोषण के फोटो और वीडियो का आदान प्रदान किया है।

बच्चों की मेडिकल जांच का काम शुक्रवार तक चलेगा

सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस एकाउंट की जांच के दौरान जांच से जुड़े अनेक अहम तथ्य सामने आए हैं और कुछ विदेशी लोगों द्वारा भी उनके यहां बाल यौन शोषण की बाबत पता चला है,इस बाबत संबंधित देशों को भी सूचना दी जा रही है जिससे संबंधित देश भी अपने यहां उचित कार्रवाई कर सकें।सूत्रों का कहना है कि पीड़ित बच्चों की आज जो मेंडिकल जांच कराई गई उसमें अनेक अहम बातें सामने आई हैं,जो रामभवन और उसकी कथित सहयोगी पत्नी पर सबूतों का कड़ा शिकंजा कस सकती है।बच्चों की मेडिकल जांच का काम शुक्रवार तक चलेगा।जांच से जुड़े एक आला अधिकारी ने बताया कि बाल यौन शोषण की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर सीबीआई में एक विशेष जांच यूनिट बनाई गई है और इस यूनिट का मकसद ऐसे आरोपियों को कड़ी सजा दिलाना है,इसी के तहत चित्रकूट में बच्चों की मेडिकल जांच के बाद कुछ बच्चों के बयान धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने भी दर्ज कराए जायेंगे जिससे आरोपी को बचने का कोई रास्ता ना मिले।

सीबीआई ने इस मामले में आरोपी रामभवन की पत्नी को भी यौन शोषण के मामलो में सहयोग करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।आरोप है कि जब बच्चे रोते थे या कमरे से बाहर निकलने की कोशिश करते थे तो उसकी पत्नी कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर लेती थी. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस मामले की जांच के दौरान अभी अनेक अहम खुलासे हो सकते हैं।सीबीआई इस बात की भी जांच कर रही है कि रामभवन के पास से बरामद 9 लाख रुपये की रकम कहां से आई थी।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…