नए साल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छह राज्यों में छह स्थानों पर…
ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया (जीएचटीसी-इंडिया) के तहत लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (एलएचपी) का शिलान्यास करेंगे…
लखनऊ । नए साल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छह राज्यों में छह स्थानों पर ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया (जीएचटीसी-इंडिया) के तहत लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (एलएचपी) का शिलान्यास करेंगे। इस दौरान लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन प्रोजेक्ट स्थल पर स्वयं उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री अफोर्डेबल सस्टेनेबल हाउसिंग एक्सेलेरेटर्स – इंडिया (।ैभ्।- इंडिया) के तहत विजेताओं की घोषणा भी करेंगे और प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी (च्ड।ल्-न्) मिशन के क्रियान्वयन में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए वार्षिक पुरस्कार भी प्रदान करेंगे।
बीते साप्ताह राज्य के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने अवध विहार स्थित परियोजना स्थल का निरीक्षण किया था। उन्होंने लाइट हाउस प्रोजेक्ट के विषय में बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल मार्ग निर्देशन के उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन में लगातार अव्वल बना हुआ है। मंत्री ने बताया कि बताया कि उत्तर प्रदेश के निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर लाइट हॉउस प्रोजेक्ट के लिए एक मॉडल के रूप में चुना गया है। लाइट हॉउस प्रोजेक्ट में बनने वाले मकान नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके बनाए जाएंगे, जिससे न केवल इस योजना का कार्य द्रुत गति से होगा और 15 माह के अंदर निर्माण पूरा हो जाएगा। इसके लिए तकनीकी मूल्यांकन समिति ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई देशों को नई प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराने वाले संगठनों का मूल्यांकन किया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी मिशन का उद्देश्य 2022 तक सभी के लिए आवास है। राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, शहरी स्थानीय निकायों और लाभार्थियों द्वारा उत्कृष्ट योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने पीएमएवाई-शहरी के कार्यान्वयन में उत्कृष्टता के लिए वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा भी की है। पीएमएवाई (शहरी) पुरस्कार-2019 के विजेताओं को कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया जाएगा।
पूरे देश में लखनऊ सहित छह स्थानों राजकोट (गुजरात), रांची (झारखंड), इंदौर (मध्य प्रदेश), चेन्नई (तमिलनाडु), और अगरतला (त्रिपुरा) में बनने वाले लाइट हाउस प्रोजेक्ट में हर स्थान पर अलग अलग उन्नत टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा। लखनऊ में लाइट हाउस प्रोजेक्ट के आवासों के निर्माण में स्टे-इन पीवीसी फॉर्म फॉर्मवर्क सिस्टम तकनीक का प्रयोग होगा। स्टे-इन-प्लेस फॉर्मवर्क एक स्थाई और स्थिर रहने वाली तकनीक है जो विश्वभर में आमतौर पर निर्माण परियोजनाओं में उपयोग की जाती है। अवध विहार योजना लाइट हॉउस प्रोजेक्ट में 14 मंजिला टॉवर बनना है, जिसमें 1040 फ्लैट आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों के लिए निर्मित होंगे।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…