125 करोड़ की संपत्ति के लिए अधिवक्ता की हत्या…

125 करोड़ की संपत्ति के लिए अधिवक्ता की हत्या…

ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर में 125 करोड़ की विवादित संपत्ति अधिवक्ता फतेह मोहम्मद खान की हत्या की वजह बनी। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए दो और साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि जिले में विवादित संपत्तियों में अधिवक्ता का हस्तक्षेप रहता था। जिसके चलते अधिवक्ता का इन जमीनों से जुड़े लोगों से विवाद चल रहा था।

ग्रेटर नोएडा के डीसीपी राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में दो और साजिशकर्ता मोहम्मद समीम निवासी जामिया नगर दिल्ली और राकेश मास्टर निवासी ग्रेनो को गिरफ्तार किया है। डीसीपी ने बताया कि अधिवक्ता पुलिस की छानबीन में जिले में तीन विवादित प्रॉपर्टी सामने आई है, जिनमें अधिवक्ता का हस्तक्षेप था।

यह जमीन कारण

डीसीपी ने बताया कि ग्रेनो वेस्ट के चिपियाना बुजुर्ग में लगभग 72 बीघा जमीन कीमत 56 करोड़ रुपये, अटाई मुरादपुर में लगभग 120 बीघा कीमत 36 करोड़ व नोएडा सेक्टर-44 में 2200 गज कीमत 30 करोड़ रुपये का केस ले रखा था। सेक्टर-44 में 2200 गज जमीन का विवाद कमल सिंह व अजय पाल के बीच चल रहा था। उक्त जमीन को क्लीयर कराने के लिए अधिवक्ता फतेह मोहम्मद खान ने कमल से 50 प्रतिशत पर एग्रीमेंट कराया था,उसकी पैरवी के लिए अधिवक्ता ने मोहम्मद शमीम को तैयार किया था। उक्त जमीन के आदेश पारित करने के संबंध में अभियुक्त मोहम्मद शमीम अधिवक्ता फतेह मोहम्मद से जमीन का 25 प्रतिशत यानी कि 550 गज का एग्रीमेंट कराना चाहता था,जिसका अधिवक्ता फतेह मोहम्मद विरोध करता था,यहीं से दोनों के बीच रंजिश शुरू हो गई।

इसी तरह अटाई मुरादपुर में किसानों के रुके हुए मुआवजे से संबंधित मामले को क्लीयर कराने व मुआवजा दिलाने की गारंटी अधिवक्ता फतेह मोहम्मद ने ली थी, जिसमें मोहम्मद शमीम द्वारा सहयोग किया जाना था। 120 बीघा जमीन में से 42 बीघा जमीन मोहम्मद शमीम, 5 बीघा मोहित, 5 बीघा फिरे प्रधान तथा 20 बीघा फतेह मोहम्मद को दिया जाना तय हुआ था।

इसी जमीन में से अधिवक्ता फतेह मोहम्मद द्वारा राकेश कुमार सिंह को 50 प्रतिशत देने का एग्रीमेंट अपने लड़के आरिफ से 100 रुपये के स्टांप पर एग्रीमेंट कराया था। पुलिस जांच में पाया गया कि चिपियाना बुजुर्ग में 72 बीघा विवादित जमीन फर्जी तरीके से पट्टा अपने सात रिश्तेदारों के नाम करा लिया था। इस मामले में अभियुक्त सुभाष चंद किसानों की तरफ से पैरवी कर रहा था। अधिवक्ता के मन में लालच आने पर रंजिश बढ़ गई।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…