उप्र में विपक्ष के नए समीकरण पर उपमुख्यमंत्री केशव बोले, 100 में 60 हमारा, बाकी में बंटवारा…
लखनऊ, 17 दिसंबर । प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर नए सियासी समीकरण बनाने में लगे विरोधी दलों पर एक बार फिर निशाना साधा है।
उन्होंने गुरुवार को एक कार्यक्रम में कहा कि जो उत्तर प्रदेश में गुंडाराज के मंसूबे पाले हुए हैं, जो कह रहे हैं उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ेंगे उनके लिए मैं एक ही बात कहूंगा कि 100 में 60 हमारा है, बाकी में बंटवारा है और जो बंटवारा है, उसमें भी बहुत कुछ हमारा है। इसी लक्ष्य के साथ हम और हमारी पार्टी आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि एक चुनाव जीतने के बाद हम अगले की तैयारी में जुट जाते हैं। 2022 की तैयारी में हम जुटे हैं। 2014 से हम हर चुनाव को चुनौती ले रहे हैं।
दरअसल एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने बुधवार को मुलाकात के बाद सूबे में एक साथ चुनाव लड़ने की घोषणा की। इसमें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल यादव को भी जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। शिवपाल गैर भाजपा दलों की एकजुटता की बात कर चुके हैं। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। इसी को लेकर केशव प्रसाद मौर्य ने बयान दिया।
उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि वहीं अपराधी किसी भी पार्टी हों। लेकिन, जाति और धर्म देखकर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। बल्कि असल माफियाओं के खिलाफ होती है। जिन्होंने सरकार, गरीब और व्यापारियों की जमीन पर कब्जा किया है, उनको बख्शा नहीं जा रहा है। हमारी सरकार में एक भी कब्जा नहीं हुए, बल्कि हमने पिछली सरकार में हुए कब्जों से लोगों को मुक्ति दिलाई है। चाहे जो भी हो अवैध कब्जाधारियों पर कार्रवाई से पीछे नहीं हटेंगे।
उन्होंने कहा कि जब से केन्द्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार बनी है तब से पूरा विपक्ष एक होकर हमलावर है। मोदी बनाम ऑल बनाने की लगातार प्रयास हुआ है। विपक्ष किसानों के कंधे पर अपनी बंदूक चला रहा है। विरोधियों के पास कोई मुद्दा नहीं है। यह सिर्फ ट्विटर के आधार पर राजनीति करते हैं। हम चाहते हैं कि ये लोग मजबूत विपक्ष के रूप में हमें चुनौती दें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ से शिगूफा छोड़ते हैं। हम विपक्ष और इनकी पार्टी को कमजोर कर रहे हैं और करते रहेंगे।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने किसानों के हित के लिए तीनों नए कानून बनाएं हैं। केन्द्र सरकार कोई एक या दो राज्यों के हित को देखकर कानून नहीं बनाती है, बल्कि पूरे देश को ध्यान में रखकर बनाती है। केंद्र सरकार ने पांच दौर की वार्ता की और पूछा है कि जो समस्या बताइए, उनका समाधान होगा। उन्होंने कहा कि यह कानून किसानों और कृषि के हित में है। प्रधानमंत्री मोदी किसानों की समस्या को सुनने को हमेशा तैयार हैं। पहले भी सुना था और अब भी सुन रहे हैं।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…