फर्जी दस्तावेज पर लोन दिलाने वाला एजेंट गिरफ्तार…
लोगों से लेता था मोटी रकम…
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (इओडब्ल्यू) ने फर्जी दस्तावेज पर लोन दिलाने वाले एक लोन एजेंट को गिरफ्तार किया है। आरोपित ने लोगों को फर्जी तरीके से 19.5 लाख रुपये का लोन दिला रखा है। उसकी पहचान 66 वर्षीय गायसे राम के रूप में हुइ है। लोन दिलाने के बदले आरोपित लोगों से मोटी रकम लेता था। आरोपित को पहले सीबीआइ भी गिरफ्तार कर चुकी है। वह अन्य 13 बैंकों से भी लोन लेकर ठगी कर चुका है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि फर्जीवाड़े में दिल्ली नागरीक सहकारी बैंक लिमिटेड के और एजेंट अथवा कर्मचारी भी तो संलिप्त नहीं है।
इओडब्ल्यू के संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. ओ.पी. मिश्रा ने बताया कि दिल्ली नागरीक सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रतिनिधि ने लोन लेकर फर्जीवाड़ा किए जाने की शिकायत की थी। शिकायत के मुताबिक राजबीर सिंह नाम के शख्स ने बैंक की लाजपत नगर शाखा से 4.5 लाख रुपये का लोन लिया था। लोन के बदले उसने संपत्ति की जाली कागजात बैंक में जमा करवाए थे। वहां फर्जी दस्तावेज और आइटीआर पर भी अन्य लोगों को लोन दिलाया गया था। लोन लेने के बाद किसी ने भी रुपये जमा नहीं करवाए। सभी को लोन एजेंट गायसे राम नाम ने लोन दिलाया था।
मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि आरोपित गायसे ने सहकारी बैंक से अलग-अलग लोगों को कुल 19.50 लाख रुपये का लोन दिलवा रखा है। लोन के लिए फर्जी दस्तावेज जमा करवाए गए थे। दरअसल नियम के मुताबिक बैंक से लोन लेने के लिए दो सदस्यों की गारंटी सहित लोन लेने वाले को अपनी संपत्ति का दस्तावेज बैंक में जमा कराना होता है। छानबीन में पता चला कि आरोपित लोन दिलाने के लिए लोगों से लोन की राशि में मोटी रकम लेता था। जिसके बाद पुलिस ने टीम ने 14 दिसंबर को गायसे राम को गिरफ्तार कर लिया। मामले की छानबीन जारी है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…