पीसीएस परीक्षा में माँ-पिता का आपराधिक इतिहास पूछने पर आपत्ति…
लखनऊ 07 दिसम्बर। आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर तथा उनकी पत्नी एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा पीसीएस परीक्षा-2020 में अभ्यर्थी के माँ-पिता का आपराधिक इतिहास पूछे जाने पर गहरी आपत्ति प्रकट की है। आयोग के अध्यक्ष डॉ प्रभात कुमार को भेजे अपने पत्र में अमिताभ और नूतन ने कहा कि उनके बेटे आदित्य के पीसीएस-प्री में चयन के बाद उसके द्वारा मैन्स की परीक्षा के लिए फॉर्म भरते समय अन्य सूचनाओं के अतिरिक्त अपने माँ-पिता पर दर्ज आपराधिक मुकदमों की स्थिति भी पूछी गयी।
अमिताभ और नूतन पर वर्ष 2015 में बलात्कार के फर्जी मुकदमे सहित 03 मुकदमे दर्ज करवाए गए थे, जो विवेचना के बाद फर्जी पाए गए थे। चूँकि आदित्य को यह जानकारी थी कि उसके माँ-पिता पर मुकदमे दर्ज हैं, अतः उसने अमिताभ और नूतन से इन मुकदमों की पूरी जानकारी प्राप्त की। इन मुकदमों के संबंध में जानकारी देते समय इन्हें अनावश्यक रूप से असहज स्थिति का सामना करना पड़ा तथा आदित्य को भी इन मुकदमों का विवरण लिखना काफी असहज लगा।
पत्र में कहा गया है कि अभ्यर्थी के माँ-पिता के आपराधिक इतिहास से अभ्यर्थी का कोई लेना-देना नहीं होता है और यह अभ्यर्थी को अनावश्यक रूप से परेशानी की स्थिति में डालता है। अभ्यर्थी के प्रदर्शन एवं चयन हेतु अर्हता से उसके माँ-पिता के आपराधिक इतिहास का कोई संबंध नहीं है। इतना ही नहीं, माँ-पिता द्वारा जानकारी नहीं देने पर अनावश्यक रूप से गलत जानकारी अंकित होने का भी पर्याप्त खतरा है। अन्य किसी प्रतियोगी परीक्षा में यह सूचना नहीं मांगी जाती है। ऐसे में यह सूचना माँगा जाना पूरी तरह औचित्यहीन तथा गलत है। अतः अमिताभ और नूतन ने आयोग के अध्यक्ष से अभ्यर्थी के माँ-पिता के आपराधिक मुकदमों का विवरण मांगे जाने को तत्काल रोके जाने की बात कही है।
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…