किसानों के समर्थन में आईं शाहीन बाग की दादी…
बोलीं,हम किसानों की बेटियां हैं, हम भी आवाज़ उठाएंगे…
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को अब शाहीन बाग की दादी का भी साथ मिल गया है। बिल्किस दादी ने मंगलवार को कहा कि हम किसानों की बेटियां हैं, हम किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करेंगे। हम अपनी आवाज उठाएंगे, सरकार को हमारी बात सुननी चाहिए।
जानकारी के अनुसार, बिना कोई पूर्व सूचना सोमवार रात किसानों से मिलने के लिए यूपी गेट पर पहुंचीं दादी ने यहां किसान नेताओं से मुलाकात कर उन्हें अपने समर्थन का आश्वासन दिया था। इससे पहले वह शाहीन बाग में काफी लंबे समय तक सीएए और एनआरसी विरोधी प्रदर्शन से चर्चा में आई थीं।
बिल्किस दादी मूलरूप से उत्तर प्रदेश के हापुड़ की रहने वाली हैं। लगभग 11 साल पहले उनके पति की मृत्यु हो गई थी और वर्तमान में वह अपनी बहू और पोतों के साथ शाहीन बाग में रहती हैं।
बता दें कि किसान हाल ही बनाए गए तीन नए कृषि कानूनों- द प्रोड्यूसर्स ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) एक्ट, 2020, द फार्मर्स (एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज एक्ट, 2020 और द एसेंशियल कमोडिटीज (एमेंडमेंट) एक्ट, 2020 का विरोध कर रहे हैं।
शाहीन बाग की ‘बिलकिस दादी’ ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी भी मेरे बेटे हैं’
दिल्ली में शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ लंबे चले विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेकर चर्चा में आईं 82 साल की बिल्किस बानो उर्फ ‘शाहीन बाग की दादी’ का नाम टाइम मैग्जीन द्वारा 100 सबसे प्रभावशाली वैश्विक लोगों की लिस्ट में शामिल किया गया था। इसके बाद दादी ने कहा था, “मैं बहुत खुश हूं कि मुझे इस तरीके से सम्मानित किया गया। हालांकि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी।”
बिल्किस बानो के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अभिनेता आयुष्मान खुराना, जीव वैज्ञानिक रविंद्र गुप्ता और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई भी सितंबर महीने में जारी की गई 2020 के ‘100 सबसे प्रभावशाली’ लोगों की लिस्ट में शामिल हैं। इस लिस्ट में वो सभी अग्रणी, कलाकार, नेता, आइकन और सर्वमान्य लोग शामिल हैं, जिनका 2020 में सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है।
बिल्किस बानो ने कहा, “मैंने केवल कुरान शरीफ पढ़ी है और मैं कभी स्कूल नहीं गई, लेकिन आज मैं बहुत उत्साहित और खुश हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस सूची में शामिल करने के लिए बधाई देती हूं। वह भी मेरे बेटे हैं। अगर मैंने उन्हें जन्म नहीं दिया तो क्या हुआ? मेरी बहन ने उन्हें जन्म दिया है। मैं उनके लंबी उम्र और खुशी के लिए प्रार्थना करती हूं।”
हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…