*औचक निरीक्षण के दौरान शादी में मिले 50 से अधिक मेहमान,*
*चार लाख रुपये का हुआ चालान*
*नई दिल्ली।* बुधवार को देवोत्थान एकादशी के अवसर पर दिल्ली में करीब 30 हजार जोड़े शादी के बंधन में बंधे। इस दौरान जिला प्रशासन की इंफोर्समेंट टीम बैंक्वेट हॉल, सामुदायिक भवन, वाटिका का औचक निरीक्षण कर यह सुनिश्चित कर रही थी कि कहीं 50 से अधिक मेहमान तो नहीं।
दक्षिण-पश्चिमी जिला प्रशासन के अंतर्गत कापसहेड़ा और द्वारका सब-डिवीजन की बात करें तो यहां सात बैंक्वेट हॉल का औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें छह जगहों पर नियम का उल्लंघन पाया गया। इंफोर्समेंट टीम ने यहां कुल ढाई लाख रुपये का चालान काटा। द्वारका एसडीएम पंकज कुमार गुप्ता व तहसीलदार भूप सिंह के नेतृत्व में मधु विहार सोलंकी चौक पर स्थित एक बैंक्वेट हॉल में नियम का उल्लंघन होने पर हॉल के मालिक के खिलाफ इंफोर्समेंट टीम ने एक लाख 20 हजार रुपये का चालान जारी किया गया।
पर चालान की रकम का भुगतान न करने पर पंकज कुमार ने मालिक के खिलाफ डाबड़ी थाने में शिकायत दी और 188 धारा के तहत मामला दर्ज करने का आवेदन किया। वहीं कपासहेड़ा सबडिवीजन के एसडीएम मुकेश रजौरा ने बताया कि हमारा मूल उद्देश्य है कि बैंक्वेट हॉल में एक समय में 50 से अधिक मेहमान न हो। आयोजकों ने नियम को बनाए रखने के लिए आयोजन के समय को बढ़ा दिया है और मेहमानों को समय दिया है ताकि वेे उस निर्धारित समय में आकर समारोह का हिस्सा बन सके।
अच्छी बात ये है कि नियम का पालन सुनिश्चित हो रहा है और आयोजक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका अदा कर रहे है। वहीं नजफगढ़ सब-डिवीजन की बात करें तो यहां 20 बैंक्वेट हॉल व वाटिका का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें चार जगहों पर नियम का उल्लंघन पाया गया। चारों जगहों पर कुल चालान एक लाख 80 हजार रुपये का चालान काटा गया। एसडीएम विनय कौशिक ने बताया कि आयोजन में केवल मेहमानों की संख्या पर इंफोर्समेंट टीम का अधिक गौर है।
इसके अलावा आयोजन स्थल के गेट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था जरूरी है व थर्मल स्क्रीनिंग के बाद मेहमानों का प्रवेश हो इसका भी निरीक्षण किया जा रहा है। जहां तक मास्क की बात है आयोजन स्थल पर मास्क लगा पाना संभव नहीं है। पर सार्वजनिक स्थान यानि बारात में सम्मिलित होने के दौरान मेहमान मास्क का पूरा ध्यान रखे।
शादी समारोह में 50 से अधिक मेहमान न हो इसके लिए तीनों सब-डिवीजन में एसडीएम पूरी तरह मुस्तैद है। जहां कहीं भी लापरवाही मिल रही है वहां कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। जहां तक संक्रमण दर की बात है अधिक से अधिक कोरोना जांच कर व कंटेनमेंट जोन बनाकर उस पर रोकथाम करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। अच्छी बात ये है कि प्रयास रंग ला रहे है।