उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि इस समय सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता…

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि इस समय सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता…

लखनऊ 23 नवम्बर। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि इस समय सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मास्क पहनें, हाथ धोते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग रखें तथा भीड़भाड़ से दूर रहें। उन्होंने कहा कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण बढ़ने से प्रदेश के सीमावर्ती जनपदों में कोरोना संक्रमण के केस की बढ़ोत्तरी हुयी है तथा अन्य जनपदों में संक्रमण की दर कम है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है तथा अस्पतालोें में सभी समुचित सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं तथा टेस्टिंग क्षमता बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा कि इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि दिल्ली की वजह से आस-पास के जनपदों में कोरोना का संक्रमण न फैले।
श्री सहगल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा दिशा-निर्देश हेतु शासनादेश जारी कर दिया गया है। जिसमें कन्टेनमेंट जोन के बाहर समस्त सामाजिक/शैक्षिक/खेल/मनोरंजन/ सांस्कृतिक/धार्मिक/राजनैतिक कार्यक्रमों एवं सामूहिक गतिविधियों को किसी बंद स्थान यथा हाॅल, कमरे के निर्धारित क्षमता का 50 प्रतिशत किन्तु अधिकतम 100 व्यक्तियों को फेस माॅस्क, सोशल डिस्टेसिंग, थर्मल स्क्रीनिंग, हैण्डवाश की उपलब्ध की अनिवार्यता के साथ अनुमन्य किया जायेगा। खुले स्थान/मैदान पर ऐसे स्थानों के क्षेत्रफल के 40 प्रतिशत की कम क्षमता के व्यक्तियों का अधिकतम अनुमन्य होगा एवं फेस माॅस्क, सोशल डिस्टेसिंग, थर्मल स्क्रीनिंग, हैण्डवाश की शर्तें यथावत रहेंगी।
श्री सहगल ने बताया कि आर्थिक गतिविधियां और अधिक तेजी से बढ़ें, इसके लिए प्रदेश सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए तथा आर्थिक गतिविधियां को और बढ़ाने के लिए सरकार के प्रोत्साहन से नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयां खुल रही है। सूक्ष्म, लघु, मध्यम एवं वृहद श्रेणी की 8,18,285 इकाइयॉ क्रियाशील हैं, जिनमें 51.78 लाख श्रमिक कार्यरत हैं। पुरानी इकाइयों को कार्यशैली पूंजी की समस्या से निजात दिलाने के लिए बैंकों से समन्वय करके आत्मनिर्भर पैकेज में 4.37 लाख इकाईयों को रू0 10,854 करोड़ के ऋण बैंकों से समन्वय स्थापित कर स्वीेकृत कर वितरित किये जा रहे हैं। प्रदेश में रोजगार के नये अवसर उपलब्ध कराने के लिए 6.41 लाख नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयांें को 19,000 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है। शीघ्र ही एक बड़ा ऋण मेला भी आयोजित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसमें प्रयास किया जायेगा कि अधिक से अधिक लोगों स्वरोजगार के मामले में लोगों को बैंकों से ऋण उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने बताया कि एमएसएमई इकाईयों और मेलों से ही लगभग 25 लाख लोगों को रोजगार मिला है। रोजगार के और अधिक अवसर पैदा हों विशेषकर छोटे और लघु उद्योगों के माध्यम से रोजगार के अवसर सृजित कर लोगों को नौकरी उपलब्ध करायी जायेगा।
श्री सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर किसानों से निरन्तर धान की खरीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि अब तक किसानों से 164 लाख कु0 धान की खरीद की जा चुकी है, जो पिछले वर्ष से डेढ़ गुना से भी अधिक है। उन्होंने बताया कि अब तक किसानों से 1,47,225 कु0 मक्का की खरीद की जा चुकी है। जो गत वर्षों से काफी अधिक है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में मंूगफली के क्रय का कार्य भी तेजी से चल रहा है।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,45,704 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 1,81,31,693 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 2067 नये मामले आये हैं। प्रदेश में विगत 24 घंटे में 2060 लोग कोविड-19 के संक्रमण से पूर्ण डिस्चार्ज हुए है। प्रदेश में 23,776 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। होम आइसोलेशन में 10,948 लोग हैं। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 2405 लोग ईलाज करा रहे हैं, इसके अतिरिक्त बाकी मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों मंे अपना ईलाज करा रहे हंै। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक कुल 4,97,475 लोग कोविड-19 से ठीक होकर पूर्ण उपचारित हो चुके हैं। प्रदेश में कोविड-19 रिकवरी रेट 94.07 प्रतिशत हो गया है।
श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,61,841 क्षेत्रों में 4,61,665 टीम दिवस के माध्यम से 2,92,22,272 घरों के 14,30,08,722 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालयों में पोस्ट कोविड केयर की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि बचाव से ही कोविड-19 की सेकेन्ड वेव से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि विशेषकर बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं तथा बीमार व्यक्तियों को संक्रमण से दूर रखकर कोविड-19 की सेकेन्ड वेव से बचाया जा सकता है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट..