उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बिहार के रक्सौल में एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया…

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बिहार के रक्सौल में एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया…

लखनऊ 2 नवंबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बिहार के रक्सौल में एक चुनावी जनसभा को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि यह भारत के इतिहास को रचने वाली धरती है। इसी धरती पर महर्षि वाल्मीकि ने अपना आश्रम बनाया था। अपनी तपस साधना से जिस भूमि को पवित्र करने के साथ ही, माता सीता की शरण स्थली की धरती रही हो और महात्मा गांधी के सत्याग्रह की जो भूमि रही हो, उस भूमि को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूं और आप सबका अभिनन्दन करता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जनता से संवाद का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। वर्तमान में बिहार विधान सभा में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण का चुनाव सम्पन्न हो चुका है, दूसरे चरण में कल चुनाव होना है और अन्तिम चरण में 07 नवम्बर को आप सबको भी बिहार विधान सभा के माध्यम से बिहार की जनता के भाग्य का चुनाव करना है। वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान जिस उत्साह और उमंग का परिचय बिहार के मतदाताओं के द्वारा दिया जा रहा है, वह अभिनन्दनीय है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई को प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, देश प्रतिबद्धता के साथ लड़ रहा है। भारत सरकार की पूरी कोशिश है भारत के हर एक व्यक्ति को निःशुल्क वैक्सीन उपलब्ध कराने की। लेकिन जब तक हमारे पास वैक्सीन नहीं आ जाता है, तब तक बचाव ही सर्वोत्तम उपाय है। बचाव के लिए ‘दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी’ का हम सभी इसका पालन करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्नि, पानी और बीमारी से दोस्ती नहीं की जाती। आग कहीं लगी हो हम अचानक उसमें नहीं घुसते, बचाव करते हैं। कहीं बाढ़ आती है, तो हम उसमें बचाव करते हैं, उसमें घुसते नहीं है। ऐसे ही बीमारी में हम अचानक नहीं घुसते हैं, बीमारी से भी बचाव करना होता है। आज जितना बचाव कर पाएंगे बीमारी समाप्त होगी। और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीमारी को काफी हद तक नियंत्रित किया जा चुका है। ईश्वर चाहेंगे तो अगले एक-दो महीने के अन्दर बीमारी को समाप्त करने में भारत को सफलता प्राप्त हो जाएगी। तब तक वैक्सीन और दवा भी आ जाएगी, लेकिन बचाव तो हमें करना ही होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने जितनी बड़ी लड़ाई को लड़ा था, वह एक बड़ा उदाहरण है। लाॅकडाउन होते ही ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण’ पैकेज की घोषणा, गरीबों को राशन, जन-धन एकाउण्टधारी महिलाओं के एकाउण्ट में 500 रुपए महीने उपलब्ध कराया जाना, हर किसान के खाते में 2000 रुपए भेजना, वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन और दिव्यांगजनों की पेंशन उनके खाते में उपलब्ध करवाना, ये सभी कार्य समय से किए गए। कोरोना के कारण व्यापक पैमाने पर प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को पलायन करना पड़ा। ये श्रमिक/कामगार महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, राजस्थान आदि अलग-अलग जगहों से आए। वहां पर उनकी उपेक्षा होती रही होगी। लेकिन भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने उनका पूरा सहयोग किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सब मुझसे पूछते थे कि आखिर बिहार के प्रवासी लोगों के लिए आप इतने चिन्तित क्यों हैं, भारत सरकार चिन्तित क्यों हैं। उन्होंने कहा बिहार का नागरिक हमारे लिए माता सीता के मायके का नागरिक है, उसके प्रति हमारी जिम्मेदारी है। माँ सीता के प्रति हमारी श्रद्धा और सम्मान का भाव है, इसलिए बिहार के किसी भी नागरिक को कोई कष्ट नहीं होना चाहिए। उत्तर प्रदेश में आते ही, उसे बस की सुविधा, उसको भोजन की सुविधा, उसको रहने की व्यवस्था और सुरक्षित घर जाने की व्यवस्था का कार्य पूरी मजबूती के साथ किया गया। प्रधानमंत्री मोदी जी ने स्पेशल ट्रेन चलवा कर प्रवासियों को घर-घर तक पहुंचाने का कार्य किया। आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत उन सभी लोगों को रोजगार और सम्मान के साथ जीवन यापन करने के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य भी उन्होंने किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज चुनाव के माहौल में बिहार में तमाम प्रकार के नारे लग रहे हैं। एक नारा रोजगार का भी लग रहा है। कांग्रेस ने देश के अन्दर सर्वाधिक समय तक शासन किया। बिहार में राजद और कांग्रेस के नेतृत्व की सरकार को 15 वर्षों तक शासन करने का अवसर प्राप्त हुआ था। इन वर्षों में उन्होंने क्या किया। इन्होंने रोजगार नहीं दिया, गरीब को मकान नहीं दिया, बिजली के कनेक्शन नहीं दिए, रसोई गैस का कनेक्शन नहीं दिया, गरीबों को स्वास्थ्य बीमा का कवर भी नहीं दिया। इनके शासन काल में तो नौकरी और रोजगार बिकता था। गरीबों को खाद्यान्न नहीं मिलता था। यह लोग जानवरों का चारा भी चट कर जाते थे। यही तो इनकी पहचान थी। ये लोग रोजगार का झुनझुना लेकर एक बार फिर आंखों में धूल झोंकने का कार्य कर रहे हैं। यहां के नौजवानों की ऊर्जा और प्रतिभा पर पूरा बिहार प्रदेश गौरव की अनुभूति करता है, इसलिए इनके बहकावे में आने की आवश्यकता नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 06 वर्षों से पूरे देश के अन्दर 03 करोड़ गरीबों को एक-एक आवास उपलब्ध करवाया गया है। 04 करोड़ गरीबों को विद्युत के निःशुल्क कनेक्शन उपलब्ध करवाए गए। 08 करोड़ गरीबों को रसोई गैस का निःशुल्क कनेक्शन दिया गया। 10 करोड़ गरीबों को एक-एक शौचालय उपलब्ध करवाया गया। 12 करोड़ गरीब किसानों के लिए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में सलाना 6000 रुपए की व्यवस्था की गई, 15 करोड़ युवाओं के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के माध्यम से आर्थिक स्वावलम्बन का रास्ता निकाला गया। इसके साथ ही, 35 करोड़ गरीबों के लिए जन-धन एकाउण्ट बैंकों में खोले गए और 80 करोड़ लोगांे को कोरोना काल में खाद्यान्न उपलब्ध कराने का कार्य प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किया गया है। यानि विकास सबका, सम्मान सबका, योजनाओं का लाभ सबको, लेकिन तुष्टीकरण किसी का नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबका विकास सुनिश्चित किया जाएगा। वह भी बिना भेदभाव के न मत, न मजहब, न क्षेत्र, न भाषा, न जाति, न परिवार। भारतीय जनता पार्टी के लिए तो देश की 135 करोड़ जनता ही परिवार है। मोदी जी का यही परिवार है। नितीश जी की बिहार की 11-साढ़े 11 करोड़ की जनता ही परिवार है। हमारे लिए परिवार, जाति, मत, मजहब, क्षेत्र, भाषा इसका कोई मतलब नहीं होता है। हमारे लिए तो हर गरीब, हर गांव, हर किसान, हर नौजवान, हर महिला हमारे अपने परिवार का हिस्सा है। हम उसके साथ कोई भेदभाव नहीं कर सकते। जिन्होंने जातिवाद का नारा देकर के अपने परिवार का ही भरण-पोषण किया हो, जिन्होंने देश के अन्दर लूट-खसोट करके परिवार को बेईमानी और भ्रष्टाचार करने की छूट दे दी हो और जिन्होंने बिहार के अन्दर शासन के दौरान एक परिवार विशेष को ही फलने-फूलने, लूट-खसोट करने की पूरी अनुमति दी हो, नौजवानों की नौकरियों पर डकैती डालने का कार्य किया हो, गरीबों की योजनाओं पर डकैती डालने के कार्य हो, या फिर बिहार के नौजवानों के सामने पहचान का संकट करने का कार्य उन्होंने किया हो, यह सब किसी से छुपा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में सबको विकास का लाभ मिला है। उन्होंने जब मई, 2019 में दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, तब उनसे पूछा गया कि मोदी जी पहले कार्यकाल की उपलब्धियों तो देश के सामने हैं, अगले कार्यकाल में क्या करेंगे। मोदी जी ने कहा कि पहला कार्यकाल गरीबों के उत्थान के लिए और दूसरा कार्यकाल देश के उत्थान के लिए। लोग समझ नहीं पा रहे थे कि देश के उत्थान का मतलब क्या है। लेकिन आज समझ में आया है।
वर्ष 2008 में जब कांग्रेस नेतृत्व की सरकार थी देश में। मुम्बई में आतंकी हमला होता है। आतंकी हमले के समय सैकड़ों लोग मारे गए थे। व्यापारी मरे थे, जवान शहीद हुए थे। और पूरा देश बोल रहा था कि पाकिस्तान के द्वारा प्रायोजित आतंकवाद है। पाकिस्तान को इसका सबक सिखाया जाना चाहिए। और जब पाकिस्तान को इसका जवाब देने की बारी आती थी, तो कांग्रेस के नेतृत्व की सरकार कहती थी कि कहीं पाकिस्तान पर हम हमला करेंगे, तो पाकिस्तान के पास एटम बम है, पाकिस्तान एटम बम का दुरुपयोग कर देगा। आज आप देख रहे होंगे पुलवामा में हमारे सी0आर0पी0एफ0 के जवानों पर आतंकी हमला हुआ था। पुलवामा में आतंकी हमला होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा था कि देश इसका जवाब देगा। भारत के बहादुर जवानों ने पाकिस्तान के अन्दर घुसकर आतंकी कैम्पों को नष्ट करने का कार्य किया था। अभी तीन दिन पहले आपने टेलीविजन में बहस देखी होगी पाकिस्तानी संसद की, जिसमें पाकिस्तान के अन्दर पाकिस्तान के मंत्री, पाकिस्तान के स्पीकर, पाकिस्तान के सांसद कह रहे हैं कि पुलवामा में अगर विंग कमाण्डर को पाकिस्तान वापस नहीं करता तो, उस बैठक में वहां के सेना प्रमुख भी थे, उनके विदेश मंत्री भी थे, उनके रक्षा मंत्री भी थे, प्रधानमंत्री भी थे, और एक ही चर्चा हो रही थी कि अगर 24 घण्टे के अन्दर विंग कमाण्डर अभिनन्दन को वापस नहीं करता, तो पाकिस्तान का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। पाकिस्तान का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, ये भय पाकिस्तान के सेना प्रमुख को पसीनों से तर कर रहा था, उनके पैर कांप रहे थे। यही भय पाकिस्तान के विदेश मंत्री, वहां के प्रधानमंत्री को भी था, रक्षा मंत्री को भी था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ये है नया भारत। मोदी जी के नेतृत्व में ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना कैसे साकार होती है, यह उदाहरण अब देश के सामने है। इसी प्रकार का कार्य आपने देखा होगा 1952 से जनसंघ के कार्यकर्ता एक नारा लगाते थे ‘एक देश में दो प्रधान, दो निशान और दो विधान नहीं चलेंगे, नहीं चलेंगे’। भारत का संविधान जम्मू-कश्मीर के अन्दर भी लागू होना चाहिए जैसे कि बिहार के अन्दर लागू होता है। और बिहार के लोगों को भी जम्मू-कश्मीर के अन्दर जमीन खरीदने की इसी प्रकार से छूट होनी चाहिए, जैसे किसी अन्य राज्य के लोग बिहार के अन्दर जमीन खरीद सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो काम कांग्रेस नहीं कर पायी, राजद नहीं कर पायी, और कोई अन्य दल नहीं कर पाया, वो काम मोदी जी ने कर दिया है। जम्म-कश्मीर में भी बिहार का नौजवान यदि सर्विस कर रहा है, वहीं जमीन खरीद सकता है, वहीं मकान बनाने का कार्य कर सकता है। ये कार्य अभी मोदी जी ने करके दिखाया है। कश्मीर से धारा-370 समाप्त कर दी गई है। यानि आतंकवाद की ताबूत पर अन्तिम कील ठोंकने का कार्य किया जा चुका है। अब याद करना, न इस पार, न उस पार। न माओवादी बोल पाएगा, न नक्सलवादी बोल पाएगा। इनकी राम-नाम सत्य की यात्रा निकलने वाली है। ये यात्रा बहुत मजबूती के साथ निकलेगी। आतंकवादी देखेगा कि एक आतंकवादी को कश्मीर के अन्दर कैसे मारा गया। अगर कांग्रेस होती तो वो जवानों को तब तक फायर करने की इजाजत नहीं देती, जब तक आतंकवादी फायर न कर दे। आज देश की तरफ, भारत की जनता की तरफ कोई टेढ़ी नजरों से देखता है, तो उसका हश्र अच्छा नहीं होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये है नया भारत, मोदी जी का न्यू इण्डिया। इस न्यू इण्डिया में हर व्यक्ति की सुरक्षा के लिए, हर नागरिक के सम्मान के लिए और भारत की आन, बान और शान के लिए किसी भी प्रकार की कोई टिप्पणी करने की कोई गुंजाइश नहीं है। इस नए भारत के लिए हम सबको गौरव की अनुभूति करनी चाहिए। पहले मैं जब भी बिहार आता था, तो लोग पूछते थे कि आप लोग बार-बार कहते हैं, राम लला हम आएंगे, मन्दिर वहीं बनाएंगे। क्या तारीख भी बताएंगे। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री के द्वारा अयोध्या में रामजन्मभूमि के भूमि पूजन और शिलान्यास का शुभारम्भ हुआ था। मेरी इच्छा थी बिहार के हर गांव का प्रतिनिधित्व भी उत्तर प्रदेश में हो। लेकिन कोरोना की बीमारी के कारण हम ये कार्य नहीं कर पाए। बिहार के लिए महत्वपूर्ण है कि हम जब मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की बात करते हैं तो ‘जय सीता-राम’ कहते हैं। जय श्रीराम में श्री का मतलब माता सीता से ही है। उससे ज्यादा महत्व बिहार के लिए है। केन्द्र में मोदी जी और बिहार में नितीश जी के नेतृत्व में सरकार जब कार्य करेगी, तब डबल इंजन की सरकार के जरिए हर गरीब तक विकास पहुंचेगा। हर नौजवान के हाथ में रोजगार आएगा। रोजगार और विकास के लिए बिहार में एन0डी0ए0 की सरकार आवश्यक है। इसलिए आप सबसे अपील है कि जहां कहीं भी भारतीय जनता पार्टी, जदयू और सहयोगी दलों के प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, इन सबको भारी मतों से विजयी बनाएं। उन्होंने कहा कि यही अपील करने के लिए आज विशेष रूप से आए हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…