लखनऊ में माफियाओं की नाक में नकेल डालने वाले बृजलाल होंगे संसद के ऊपरी सदन के सदस्य…

लखनऊ में माफियाओं की नाक में नकेल डालने वाले बृजलाल होंगे संसद के ऊपरी सदन के सदस्य…

पूर्व डीजीपी बृजलाल ने 2015 में थामा था भाजपा का दामन…

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता करते हुए 👆

कई मुठभेड़ों की कमान खुद संभाली थी 👆        

(विशेष संवाददाता) लखनऊ। प्रदेश के सिद्धार्थनगर में जन्मे बृजलाल अब संसद के ऊपरी सदन के सदस्य होंगे। 1977 बैच के आईपीएस बृजलल 2007 में पहले प्रदेश के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर (अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था) बने थे, फिर 2011 में प्रदेश के डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) बने। 2011 में तत्कालीन सरकार ने दो वरिष्ठ पुलिस अफसरों पर वरीयता देकर‌ उन्हे उत्तर प्रदेश पुलिस का डीजीपी बनाया था। मार्च 2012 में प्रदेश में सरकार बदल गई पर अखिलेश यादव ने बृजलाल को पद पर बहाल नहीं किया।रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी बृजलाल 2015 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे।
साल 2018 में उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बृजलाल को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देते हुए उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग का अध्यक्ष बनाया था।बृजलाल को सख्त प्रशासनिक अधिकारी माना जाता था। उन्होने राज्य में माफियाओं और डकैतों के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए। बृजलाल ने खुद कई मुठभेड़ों का नेतृत्व भी किया। उनके सेवाकाल में अनेक अधिक अपराधी और आतंकवादी मारे गए। बृजलाल राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं।
राजधानी लखनऊ में 1984 में एसपी सिटी (पुलिस अधीक्षक नगर) बनाए गए बृजलाल ने ही पहली बार लखनऊ में माफियाओं के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ा था। उस जमाने के चर्चित माफिया बाबा बख्शी, भंडारी, अन्ना, रामगोपाल आदि सभी के खिलाफ हुई सख्त कार्रवाई की आज भी लोग चर्चा करते हैं। भारतीय जनता पार्टी ने यूपी से बृजलाल को राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया है, जिसके लिए उन्होने भाजपा के अन्य 7 प्रत्याशियों के साथ नामांकन भी दाखिल कर दिया है।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…