ब्रेकिंग…जमीन हड़पने के लिए अपहरण के बाद व्यक्ति को जहर खिलाकर पीटने के बाद जंगल में फेंका, मौत हुई…

ब्रेकिंग…

जमीन हड़पने के लिए अपहरण के बाद व्यक्ति को जहर खिलाकर पीटने के बाद जंगल में फेंका, मौत हुई…

परिजनों का बंथरा पुलिस पर लापरवाही का आरोप…

लखनऊ। बंथरा थाना क्षेत्र के खटोला ग्राम में रहने वाले 35 वर्षीय नेहरू को कल सुबह 11 बजे गांव के 4-5 लोग जबरन अपने साथ ले गए जिससे नेहरू के परिवार में हड़कंप मच गया। परिवार के लोग दिन भर उन्हे ढ़ूंढते रहे रात 11 बजे करीब नेहरू अचेत अवस्था में माती के जंगल में पड़े मिले।
परिवार के लोगों के अनुसार नेहरू को लेकर बंथरा थाने गए, जहां पुलिस उन्हे कभी मुंशी के पास, कभी दरोगा के पास तो कभी कार्यालय दौड़ाती रही। काफी देर बाद एक होमगार्ड के साथ मरणासन्न नेहरू को सरोजनीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जहां उसे इलाज नहीं मिला। परिवार वाले नेहरू को मेडिकल कॉलेज ट्रामा सेंटर ले गए जहां कहा गया कि पहले कोरोना की जांच कराओ उसकी रिपोर्ट आने के बाद भर्ती किया जायेगा। इस पर परिवार के लोग नेहरू को अर्जुनगंज फिर मोहनलालगंज के कल्ली पश्चिम-हरकंद गढ़ी स्थित एक प्राइवेट अस्पताल/ट्रामा सेंटर ले गए, जहां अब से करीब एक घंटा पहले इलाज के दौरान नेहरू ने दम तोड़ दिया।
मृतक नेहरू के दामाद राहुल के अनुसार उनके ममिया ससुर को जहर पिलाया गया और पीटा गया जिससे उनकी मौत हुई है। परिवार वालों का आरोप है कि अगर बंथरा पुलिस लापरवाही न बरतती और समय पर इलाज मिल जाता तो नेहरू की जान बच सकती थी। नेहरू के अपहरण और उसकी मौत के लिए परिवार के लोगों ने खटोला गांव के ही राजेंद्र, बीनू पंडित एवं विमल आदि पर आरोप लगाते हुए कहा है कि इन लोगों ने जबरन नेहरू से 4बीघा जमीन लिखा ली है। नेहरू की मौत की सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर बंथरा अस्पताल पहुंच गए हैं।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…