आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने “हैंड वॉश डे” मनाकर जनता को किया जागरूक…

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने “हैंड वॉश डे” मनाकर जनता को किया जागरूक…

उसावां/बदायूं। जनपद के जिला कार्यक्रम अधिकारी के आदेश अनुसार विकास खण्ड उसावां की बाल विकास परियोजना अधिकारी रजनी सक्सेना ने अपनी परियोजना क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को हाथ धुलाई की गतिविधियों द्वारा जनता को जागरूक करने का दिशा निर्देश दिया।
बताते चलें कि आज परियोजना की तमाम कार्यकत्रियों ने “हैंड वॉश डे” मनाते हुए हाथ धुलाई की गतिविधियों द्वारा अपने अपने क्षेत्र की जनता को जागरूक किया है।
हमारे संवाददाता के अनुसार उसावां बाल विकास परियोजना अधिकारी रजनी सक्सेना से दूरभाष द्वारा वार्तालाप करने पर उन्होंने बताया कि डीपीओ महोदय के निर्देश अनुसार हमने अपनी परियोजना के तमाम वर्करों को “हैंड वॉश डे” के मौके पर अपने अपने आंगनवाड़ी क्षेत्र की जनता को हाथ धुलवाने की जानकारी देने के दिशा निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि इस कोरोना काल में संकट अभी टला नहीं है जिसको लेकर सरकार भी गंभीर है। इसलिए हाथों को साफ सुथरा रखें, हाथों को साफ सुथरा रखने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है।
वहीं भसुंदरा गांव में हमारे संवाददाता ने आंगनवाड़ी कार्यकत्री सितारा बेगम से बात की तो उन्होंने बताया कि सीडीपीओ मैडम के आदेशानुसार हमने अपने क्षेत्र की जनता को हाथ धोने से होने बाले फायदे वताते हुए जागरूक किया है। हमने अपने क्षेत्र की महिलाओं को बताया कि बच्चों का मल साफ करने के बाद, शौच के बाद, भोजन बनाने से पहले, भोजन परोसने से पहले, भोजन करने से पूर्व, बच्चों को खिलाने से पहले, भोजन करने के पश्चात, वस्तुओं को छूने के बाद, कचरा साफ करने के बाद, नाक साफ करने के पश्चात एवं जब कभी भी आपको लगे कि हाथ गंदे हैं उसके पश्चात अच्छी तरह से अपने हाथों को साबुन से रगड़कर कम से कम 40 सेकंड तक हाथ अवश्य धोना चाहिए।
और कहा कि इसके अलावा कोविड-19 के समय विशेष रूप से सबसे महत्वपूर्ण अवसरों पर बार-बार स्पर्ष की जाने वाली सतह एवं सार्वजनिक स्थानों पर सतह के छूने के बाद, घर से बाहर जाने से पहले और घर आने के बाद, बीमार व्यक्ति की सेवा करने एवं उसकी मदद करने के बाद, मांस्क हटाने और छींकने या खांसने के बाद, पैसे के लेनदेन के बाद और किसी अन्य मौकों में संक्रमण के जोखिम होने पर आप अपने हाथों को साबुन और पानी से अवश्य करें दुआएं धोएं।
कार्यकत्री ने यह भी बताया कि 5 से 10 वर्ष की आयु वाले बच्चों के बीच 10 सबसे प्राणघातक बीमारियों में से 5 बीमारियां पानी और स्वच्छता संबंधी मुद्दों से जुड़ी होतीं हैं उन्होंने बताया कि अतिसार, मियादी बुखार, पीलिया, मलेरिया, राउंडवॉर्म और एस्कैरियासिस से हर रोज लाखों जिंदगियां प्रभावित होती हैं इनसे बचने के लिए साफ सफाई बहुत आवश्यक है।
इस मौके पर क्षेत्रीय आंगनवाड़ी कार्यकत्री सहित ग्रामीण अमन बाबू, रानी बेगम, शिवानी बेगम, शादाब हुसैन, दानिश जहांगीर, रफी अहमद, तरन्नुम, तबस्सुम, संजीदा एवं चांदनी अंसारी व गांव के आदि लोग मौजूद रहे।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…