अब फसल की बिक्री पर नहीं लगेगा कोई टैक्स- सांसद…
किसान फसल को देश के किसी भी मंडी में बेंच सकेगा…
इटावा/उत्तर प्रदेश-: किसानों, व्यापारियों को मंडी से बाहर बेंचने की आजादी होगी। 200 में नेशनल कमीशन आफ फार्मस की रिपोर्ट आई थी जिसने मंडी टैक्स को हटाने के लिए सिफारिश किया गया। अब फसल की बिक्री पर नहीं लगेगा कोई टैक्स। पेमेंट की शर्त तय करने और विवादों के निपटारे के लिए एसडीएम स्तर से अधिकारी या उसके द्वारा नियुक्ति आर्बिट्रेशन कमेटी अधिकृत। देश में कान्ट्रेक्ट अनुबंध खेती को लेकर व्यवस्था बनाने का प्रस्ताव।
आज सिंचाई विभाग के डाक बंगले में पत्रकारों से बातचीत में सांसद डा. रामशंकर कठेरिया ने कहा कि किसानों के हित में बनाए गए विधेयक में किए गए महत्वपूर्ण बदलावों व सुझावों को पूरे विस्तृत तरीके से अवगत कराया तथा यह आश्वासन दिया कि जो कानून मोदी सरकार ने किसानों के लिए बनाया है वह किसानों की आय को दो गुनी करने के लिए बहुत ही सहायक होगा। साथ ही अब देश का आम किसान अपनी फसल को देश के किसी भी मंडी में बेंच सकेगा। पहले से तय कीमत और गुणवत्ता मानकों के आधार पर फसल खरीद का हो सकता है कान्ट्रेक्ट। कान्ट्रेक्ट फार्मिंग के जरिए कंपनियों को अपनी कीमत पर फसल बेंच सकेंगे किसान। कान्ट्रेक्ट फार्मिंग के तहत फसल का न होगा न ही जमीन का। कान्ट्रेक्ट फार्मिंग के तहत अगर इन्फ्रारट्रक्चर बनाना पड़ता है तो दोनों की रजामंदी से बन तो सकता है लेकिन उस पर किसान का ही स्वामित्व होगा। देश में 86 प्रतिशत छोटे किसान है इनकी खुदकी अपनी माली हालत ऐसी नहीं की अपने खेत में निवेश कर सके। वार्ता के दौरान भरथना विधायक सावित्री कठेरिया, भाजपा जिलाध्यक्ष अजय धाकरे, महामंत्री अन्नू गुप्ता, प्रशांत राव चौबे, अमित तिवारी मानू आदि मौजूद रहे।
पत्रकार नितेश प्रताप सिंह रिपोर्ट…