हाथरस और बलरामपुर में बीभत्स बलात्कार की घटनाओं की पीड़िताओं को न्याय की मांग में अधिवक्ता मंच ने किया विरोध प्रदर्शन…
बलात्कारियों को त्वरित विचारण करते हुए कठोर सजा देने की मांग की…
अधिवक्ताओं ने बलात्कारियों को बचानेवाले हाथरस के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को बर्खास्त करने की मांग की…
प्रयागराज/उत्तर प्रदेश:- हाथरस में हुए बलात्कार कि घटना को लेकर अधिवक्ता मंच इलाहाबाद की ओर से अम्बेडकर चौराहा हाईकोर्ट पर विरोध प्रदर्शन किया गया। जिसमें वक्ताओं के द्वारा दोषियों को सख्त से सख्त सजा की मांग की गई।दोषियों के केस को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने की मांग की गयी। रेप पीड़िता के परिवार को पांच करोड़ रुपये की मुआवजे की मांग की गई। प्रदेश सरकार से हाथरस के डीएम व एसएसपी को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की गई।अधिवक्ताओं ने महिलाओं के खिलाफ इंटरनेट व अन्य संचार माध्यमो में परोशी जा रही अश्लीलता पर रोक लगाने की मांग की। अधिवक्ताओं ने कहा कि पूरे प्रदेश की पुलिस को राजनैतिक विरोधियों के पीछे लगा दिया गया है। पुलिस को नागरिकता कानून का विरोध करनेवालों को रासुका, गैंगस्टर, और गुंडा एक्ट में फर्जी फसाने में लगा दिया गया है जबकि अपराधी बेलगाम और सत्ता के संरक्षण प्राप्त है। नौजवानों के रोज़गार के साधन खत्म करके अहम और कुंठा में धकेला जा रहा है जो सभ्यता और इंसानियत के खिलाफ है। इस विरोध प्रदर्शन को विपिन बिहारी, राम कुमार गौतम, सरताज सिद्दीकी,धर्मेंद्र यादव, राजीव कुमार, आज़ाद,अरीब, राजवेंद्र सिंह, आदि अधिवक्ताओं ने संबोधित किया व संचालन काशान सिद्दीकी ने किया। इस विरोध प्रदर्शन में मुख्यरूप से इन्द्रसेन सिंह, ज्योति भूषण, बैरिस्टर सिंह, प्रमोद गुप्ता, मोहम्मद उस्मान, हरेंद्र प्रसाद, सीमा आज़ाद, बुद्ध प्रकाश, वीरेन्द्र कुमार, जीत बहादुर, ज़ैनुल आब्दीन, प्रभात मौर्य, अशोक सिंह,डी एन यादव, आमोद पांडेय, अविनाश मिश्र, अजय भारती, राजेश कुमार, संजय, आदि लोग उपस्थित रहे।
पत्रकार इरफान खान की रिपोर्ट…