रेलवे बोर्ड द्वारा रामनगर-हरिद्वार व रामनगर-मुरादाबाद ट्रेन को पूर्णतः बंद करने के आदेश से आक्रोशित राज्य निर्माण आंदोलनकारी मंच…
एवं विभिन्न जन संगठनों ने रेलवे स्टेशन के बाहर प्रदर्शन कर नारेबाजी की तथा धरना दिया…
रामनगर न्यूज। रेलवे बोर्ड द्वारा रामनगर-हरिद्वार व रामनगर-मुरादाबाद ट्रेन को पूर्णतः बंद करने के आदेश से आक्रोशित राज्य निर्माण आंदोलनकारी मंच एवं विभिन्न जन संगठनों ने रेलवे स्टेशन के बाहर प्रदर्शन कर नारेबाजी की तथा धरना दिया।
धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने भाजपा सरकार तथा रेल मंत्रालय पर रामनगर की उपेक्षा का आरोप लगाया ।वक्ताओं का कहना था कि रेलवे द्वारा रामनगर– हरिद्वार, रामनगर– मुरादाबाद रेल की चलने वाली 2 ट्रेनों को घाटे का सौदा बताते हुए बंद कर दिया है। इससे पूर्व भी रेलवे द्वारा रामनगर से लखनऊ लगने वाले कोच को बंद कर दिया था ।रेलवे बोर्ड के इस जनविरोधी निर्णय से पर्वतीय एवं मैदानी क्षेत्रों के जुड़े हजारों की आबादी को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।वक्ताओं का कहना था कि रामनगर पर्वतीय एवं मैदानी क्षेत्र का प्रवेश द्वार होने के साथ-साथ एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है। रामनगर उत्तराखंड की कुमाऊं एवं गढ़वाल मंडल के विभिन्न जिलों के पर्वतीय एवम मैदानी क्षेत्रों के लोगों को आवागमन के साथ-साथ प्रमुख व्यापारिक मंडी भी है। यहां की लीची और आम का निर्यात देश एवं विदेशों में होता है,इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल कॉर्बेट नेशनल पार्क का प्रवेश द्वार भी रामनगर ही है जहां पर प्रतिवर्ष लाखों देसी विदेशी पर्यटक जैव विविधता वन्यजीवों के दीदार करने आते हैं। इतने महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील क्षेत्रों होने तथा माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा लोगों को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की घोषणा के बावजूद रेलवे बोर्ड का यह निर्णयपूरी तरह से जनविरोधी है।
बाद में प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन अधीक्षक उमेश चंद्र के माध्यम से रेल मंत्री, जीएम,डीआरएम, चेयरमैन रेलवे बोर्ड को भेजे ज्ञापन में मांग की गई है कि रामनगर हरिद्वार रेल सेवा 150 34 ,150 33 को पूर्व की भांति बहाल किया जाए व नियमित सेवा करते हुए देहरादून तक इसे चलाया जाए जिससे लोगों को अस्थायी राजधानी देहरादून तक सीधे रेल सेवा का लाभ मिल सकें। रामनगर मुरादाबाद रेल सेवा55308, 55321को पुनः पूर्व की भांति संचालित किया जाए तथा
रामनगर स्टेशन से लखनऊ ,बरेली एवं अन्य महानगरों के लिए सीधी रेल सेवाएं शुरू की जाय। धरना प्रदर्शन में उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन कारी मंच , देवभूमि विकास मंच, महिला एकता मंच, इंकलाबी मजदूर केंद्र, वरिष्ठ नागरिक समिति , उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ,पछास से जुड़े संगठनों के प्रतिनिधि मनमोहन अग्रवाल, प्रभात ध्यानी, पीसी जोशी ,अनिल अग्रवाल खुलासा , इंद्र सिंह मनराल, मनिंदर सिंह सेठी ,ललिता रावत ,लक्ष्मी देवी, कौशल्या, डॉक्टर निशांत पपनै,किरण आर्य, सुमन जोशी, मदन मेहता ,पंकज, भुवन ,रवि, कपिल शर्मा, पान सिंह नेगी, नवीन नैनवाल फ़जल खान, हाफिज सईद अहमद, हरीश भट्ट ,मुनीश कुमार ,अजीत साहनी,पूरन चंद्र मौलिखी, बाल किशन चौधरी आदि
वरिष्ठ पत्रकार समीम दुर्रानी की रिपोर्ट…