कांग्रेस अपराधियों की वकालत कर उत्तर प्रदेश में सत्ता तराशने की कर रही है कोशिश-:राजीव कुमार आशीष…
बरेली/उत्तर प्रदेश भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजीव कुमार आशीष का कहना है कि कांग्रेस पार्टी प्रारंभ से ही अपराधियों की शरण स्थली रही है।उसकी देखा देखी सपा और बसपा जैसे छोटे छोटे दल भी अपराधियों बाहुबलियों एवं खनन माफियाओं की उंगलियों की कठपुतली रहे हैं। उत्तर प्रदेश में गैर भाजपाई सरकारों के अनेकों मंत्रियों के संबंध अपराधियों से जगजाहिर होते रहे हैं। यहां तक की खुद इन राजनीतिक दलों ने भी अपराधियों और बाहुबली मानसिकता के लोगों को लोकसभा और विधानसभा के टिकटों से नवाज़ा है। बाहुबलियों को संरक्षण देकर और उनका संरक्षण लेकर आम जनता के बीच भय बनवाकर वोट प्राप्त करना इन पार्टियों का प्रमुख व्यवसाय था। उत्तर प्रदेश में अपराधियों का इतना बोलबाला रहा है की आम जनमानस अपने अपने क्षेत्र में इन अपराधियों के डर से इनके इनके कहे हुए प्रत्याशियों को वोट दे देता था। इसी प्रकार से सत्ता दर सत्ता खादी के अंदर छुपे भू माफिया तस्कर खनन माफिया बाहुबली जैसे लोगों की कठपुतली रहा करती थी। इन सब छोटे बड़े दलों का मार्गदर्शन देश की एक बड़ी पार्टी यानी कांग्रेस पार्टी किया करती थी। कहने का मतलब यह है कि इन सब की बागडोर एक मुखिया के रूप में कांग्रेस पार्टी के हाथ में रहा करती थी।आज कांग्रेस अपने अस्तित्व को खोजती हुई नजर आ रही है। क्योंकि भारत एक धार्मिक मानसिकता का देश है। और भारतीय धर्म में अधर्म करने वाले का नाश निश्चित माना जाता है। उसी प्रकार से देश की आजादी से लेकर अब तक कांग्रेस पार्टी अपने अधर्म का व्यापार चला रही थी।उसी उसी अधर्म और जुल्म से तंग आकर साल 201 में देश के सभी धर्म और वर्ग के जनमानस नें भारतीय जनता पार्टी की नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता के शीर्ष पर बैठाकर देश की कमान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ में सौंप दी। उसके बाद देश में अधर्म और जुल्म की दीवारों को ढा दिया गया। नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की गंगा कश्मीर से कन्याकुमारी तक चली जिसकी बानगी कश्मीर से धारा 370 और तीन तलाक बिल के अलावा अन्य कानूनों से देखने को मिलती है। उत्तर प्रदेश में सुप्रसिद्ध अपराध और अपराधियों की शरण स्थली अब अपराधियों की मरण स्थली में तब्दील होती नजर आ रही। जो उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की योगी आदित्यनाथ सरकार के आने से ही मुमकिन हो पाया है। आज वह समय है कि उत्तर प्रदेश के बड़े-बड़े अपराधी योगी आदित्यनाथ के नाम से पसीने छोड़ रहे हैं।योगी आदित्यनाथ अपराधियों के लिए वह नाम है जिसको न सत्ता का लालच है न शासन का, लालच है तो सिर्फ उत्तर प्रदेश में रामराज लाने का जो कि 2017 से उत्तर प्रदेश की आम जनता बाबा योगी आदित्यनाथ के हाथों में सौंप कर भोग रही। इससे पहले की सरकारों में न्याय और अन्याय का फर्क सिर्फ बाहुबली अपराधियों के दरों पर हुआ करता था। जिससे कॉन्ग्रेस पार्टी के छोटे-छोटे समर्थक दल अपने-अपने क्षेत्रों में छोटी-छोटी हुकुमतें चलाकर कांग्रेस को देश की सत्ता पर विराजमान किया करते थे। लेकिन आज समय बदल चुका है।आज भारत में शीर्ष आसन से लेकर देश के कई प्रदेश और खासकर उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है जिसके मुखिया बाबा योगी आदित्यनाथ जी की अगुवाई में अपराधियों और अपराधियों के संरक्षण करताओं मैं भय का माहौल है।जिसकी बानगी विकास दुबे जैसे दुर्दांत अपराधी की गिरफ्तारी और भागने की फिराक में अपने अंतिम अंजाम तक पहुंचने में देखने को मिलती है
पत्रकार-इमरान खान(अरशद पठान) की रिपोर्ट…