यूपी में पुलिस पर बदमाशों का सबसे बड़ा हमला…
मुठभेड़ स्थल का निरीक्षण करते हुए एडीजी प्रशांत कुमार 👆 अस्पताल में भर्ती पुलिसकर्मियों का चल रहा इलाज 👆
हिस्ट्रीशीटर बिकास दुबे को पकड़ने गए सीओ, एसओ, दरोगा सहित 8 पुलिसकर्मी शहीद: 6 पुलिसकर्मी व एक ग्रामीण घायल…
शहीद सीओ (बिल्हौर) देवेंद्र मिश्रा 👆
शहीद एसओ (शिवराजपुर) महेश यादव 👆
सौ राउंड हुई फायरिंग में शहीद पुलिसकर्मी 👆
पुलिस महकमे में हड़कंप, मुख्यमंत्री ने डीजीपी को तलब किया: एडीजी, आईजी मौके पर, पुलिस-पीएसी ने आसपास के गांवों की घेराबंदी की…
शहीद पुलिसकर्मियों का विवरण 👆
घायल पुलिसकर्मियों का विवरण 👆
मुठभेड़ में बिकास दुबे का चचेरा भाई व मामा ढेर, पुलिस से लूटी गई पिस्टल मिली…
लखनऊ/कानपुर। कानपुर के हिस्ट्रीशीटर शातिर बदमाश विकास दुबे को उसके गांव बिकरू से पकड़ने गई पुलिस टीम पर कल आधी रात के बाद बदमाशों ने घरों की छत से गोलियां बरसाकर सीओ (बिल्हौर) देवेंद्र मिश्रा, एसओ (शिवराजपुर) महेश यादव, चौकी इंचार्ज (मंधना) अनूप कुमार, उप निरीक्षक नेबूलाल तथा कांस्टेबल सुल्तान सिंह, राहुल, जितेंद्र व बबलू को मौत के घाट उतार दिया। यूपी में पुलिस पर हुए अब तक के बड़े हमले में 5 पुलिस कर्मी व एक होमगार्ड तथा एक गांव वाला गोलियां लगने से घायल हो गया है, जिन्हे रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक साथ आठ पुलिसकर्मियों के शहीद होने की खबर से राज्य सरकार एवं पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की विस्तृत जानकारी के लिए प्रदेश के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी को तलब किया है।
तीन जिलों की पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी कुख्यात बदमाश बिकास दुबे 👆
ग्राम पंचायत सदस्य रह चुका है बिकास दुबे 👆
लखनऊ से अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार एवं आईजी एसटीएफ मौके पर पहुंच गए हैं तथा लखनऊ से फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंचकर साक्षय जुटा रही है। बदमाशों की धरपकड़ के लिए तीन जिलों की पुलिस के साथ पीएसी को भी लगाया गया है, जो आसपास के गांव में कंम्बिग कर रही है, घटनास्थल के आसपास के 500 मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगाया गया है। इस बीच खबर लिखे जाने के समय तक पुलिस ने घटनास्थल के पास के गांव में बदमाशों को घेर लिया तथा मुठभेड़ में बिकास दुबे के दो साथियों को ढेर कर दिया, जिनमें से एक की विकास दुबे के चचेरे भाई अतुल दुबे के रुप में शिनाख्त हुई है। मारे गए दूसरे बदमाश की शिनाख्त बिकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय के रुप में हुई है। एक बदमाश की गिरफ्तारी की भी खबर है तथा यह भी खबर है कि मुठभेड़ में 3 बदमाशों के घायल होने की भी खबर है, पर इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मुठभेड़ स्थल से शहीद पुलिसकर्मियों की एक पिस्टल व अन्य असलहे भी मारे गए बदमाशों के कब्जे से बरामद हुए हैं।
जेसीबी लगाकर पुलिस का रास्ता रोका गया था जेसीबी लगाकर पुलिस का रास्ता रोका गया था 👆
हिस्ट्रीशीटर बिकास दुबे के विरुद्ध एक व्यक्ति ने जान से मारने की धमकी दिए जाने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, इसी मामले में बिकास दुबे को पकड़ने के लिए कल रात पुलिस टीम सीओ के नेतृत्व में गई थी। पुलिस का रास्ता जेसीबी लगाकर रोका गया जब पुलिस टीम वाहनों से उतरकर पैदल ही बिकास दुबे के घर की ओर बढ़ी तो छत पर घात लगाए बैठे बिकास दुबे व उसके साथ अंधाधुंध फायरिंग कर सीओ सहित आठ पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतार दिया। कहा जा रहा है कि बदमाशों ने करीब सौ राउंड फायरिंग कर पूरे इलाके को दहला दिया।
2003 में थाने में घुसकर कर दी थी राज्य मंत्री की हत्या
पुलिस रिकार्ड के अनुसार बिकास दुबे के विरुद्ध 60 मुकदमे दर्ज हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, रंगदारी मांगना आदि के मामले हैं। बिकास दुबे इतना कुख्यात था कि उसने वर्ष 2003 में थाने के अंदर घुसकर राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त संतोष शुक्ला की भी हत्या कर दी थी। एडीजी जयनारायण सिंह, आईजी मोहित अग्रवाल, एसएससी दिनेश कुमार लपी समेत सभी बड़े पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं, फोर्स ने गांव को चारों ओर से घेर लिया है। हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरू का रहने वाला है। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों के बिकरु गांव में घर पर होने की सूचना मिली थी, इस पर आधी रात के बाद सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में कई थानों का पुलिस फोर्स दबिश डालने पहुंची थी। (3 जुलाई 2020)
विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,