राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी ने प्रदेश सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा…

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी ने प्रदेश सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा…

लखनऊ 24 जून। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्र नाथ त्रिवेदी ने प्रदेश सरकार को किसान विरोधी करार देते हुए कहा है कि यह सरकार किसानों के नाम पर केवल अनर्गल प्रलाप करने का ढोंग करना भली प्रकार जानती है। इसी नाटक के द्वारा भोले -भाले किसानों का समय- समय पर भावनात्मक मोहपाश करके भाजपा वोट ले लेती है।वर्ष 2०14 से लेकर अब तक प्रत्येक चुनाव में किसानों ने भरपूर समर्थन दिया और बदले में उन्हें धोखा ही मिला।किसानों की कर्ज माफी से लेकर उनके मीटर्ड और अनमीटर्ड बिजली बिलों की बढो़त्तरी, खाद की बोरी का वजन कम परन्तु मूल्य अधिक होना, कारों की अपेक्षा ट्रैक्टर के फाइनेंस पर ब्याज अधिक होना तथा फसलों के लागत मूल्य का दुगना देने का आश्वासन जैसे धोखे के अनेकों तरीक़े अपनाये गये और किसानों की कमर टूटती चली गई।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि प्रति वर्ष हजारों एकड़ फसल नदियों की बाढ़ में डूब जाती है परन्तु सरकार इस सन्दर्भ में पहले से कोई भी व्यवस्था नहीं करती है।परिणाम यह होता है कि किसानों को तबाही मिलती है और सरकार को बाढ़ सम्बन्धी बजट की बन्दरबाँट का अवसर।प्रतिवर्ष राष्ट्रीय लोकदल समय से पहले ही सरकार को बाढ़ से बचाव के लिए सुझाव देता है परन्तु उसे अनसुना कर दिया जाता है।इस वर्ष भी बाढ़ से बचाव के लिए मई माह में ही महामहिम राज्यपाल महोदय के माध्यम से अनुरोध किया गया था फिर भी अनदेखी की गई और बरसात की शुरुआत में ही श्रावस्ती और बलरामपुर के लगभग 15 गाँवों की फसल और आबादी राप्ती नदी के आगोश में घिर गई हैऔर जनता त्राहि त्राहि कर रही है।                          रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की कुल जनसंख्या का 70 प्रतिशत किसान है और वह दैवी प्रकोप के साथ साथ सरकार की अनदेखी से कराह रहा है।ऐसी स्थिति में उसे केवल अपने मसीहा चौ.चरण सिंह की याद ही राहत देती है।यह निश्चित है कि वर्ष 2022 में प्रदेश का किसान अँगडा़ई लेगा और चौधरी साहब के सपनों का प्रदेश बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।।

हिन्द वतन समाचार की रिपोर्ट…