कोरोना का कहर: लाॅकडाउन ने निगल लीं तीन और जिंदगी…

कोरोना का कहर: लाॅकडाउन ने निगल लीं तीन और जिंदगी…

मृतक रघुवीर ( फाइल फोटो ) 👆

  प्रिंस- चंद्रिका की फाइल फोटो एवं अनाथ हो गई मासूम 👆

आर्थिक तंगी/कर्ज में डूबे व्यक्ति एवं दंपति ने लगाई फांसी: दुधमुंहा बच्चा कमरे के बाहर रोता रहा…

रघुवीर के घर से मिला सुसाईड नोट 👆

पहले पति ने दी जान फिर पत्नी भी झूल गई फंदे से…

 

लखनऊ/आगरा/कानपुर। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के मद्देनजर हुए लॉकडाउन के बाद रोजगार-धंधे सब ठप होने के चलते लोगों की आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ा है, और लगातार ऐसी खबरें मिल रही हैं कि आर्थिक तंगी के चलते जहां लोगों की गृहस्थी की गाड़ी बुरी डगमगा गई है वहीं बढ़ते गृह कलह व कर्ज में डूबने के कारण लोग मौत को भी गले लगा रहे हैं। ताजा वाकया ताज नगरी आगरा का है जहां आर्थिक तंगी से परेशान हो कर एक व्यक्ति ने खुदकुशी कर ली। वहीं कानपुर में आर्थिक तंगी के शिकार युवक ने पहले अपनी जान दी उसके बाद पत्नी भी दुधमुंहे को छोड़कर फांसी के फंदे पर झूल गई।
आगरा के जगदीशपुरा थानांतर्गत गढ़ी भदौरिया के नाला गोपालपुर में रघुवीर सिंह नामक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली, रघुवीर जूता कारखाने में काम करते थे। सोमवार को उनका शव फंदे पर लटका मिला। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को फंदे से उतारा। पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा है कि नौकरी न लगने के कारण पूरा जीवन आर्थिक परेशानी में गुजरा, जो 25 हजार रुपये कैश हाथ में था वो भी लॉकडाउन में बैठकर खाने में खर्च हो गया है। अब आगे क्या होगा अभी काम बंद है। किराया-खर्च कहां से होगा इसी परेशानी आर्थिक तंगी के कारण में अपनी जीवन लीला समाप्त कर रहा हूं।
उधर कानपुर के बिधनू थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक की कोरोना के चलते लॉकडाउन में नौकरी छूट गई। भूखे रहने की नौबत आ गई, आर्थिक तंगी की वजह घरेलू कलह इस कदर बढ़ी कि युवक ने शनिवार को कमरे में फांसी लगा ली। कुछ देर बाद दुधमुंहे को कमरे में अकेला छोड़कर उसकी पत्नी भी फंदे से झूल गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
दो साल पहले ही हुई थी प्रिंस-चंद्रिका की कोर्ट मैरिज
न्यू आजाद नगर में किराये के मकान में रहने वाले सिक्योरिटी गार्ड राजेंद्र वर्मा ने पुलिस को बताया कि बेटा प्रिंस (35 वर्ष) लखनऊ की एक दवा कंपनी में काम करता था। फेसबुक के जरिये बेटे की देवरिया निवासी चंद्रिका (30 वर्ष) से जान पहचान हुई थी। दो साल पहले दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली, इसके बाद चंद्रिका के परिजनों ने उससे संबंध खत्म कर लिए थे। बेटे की खुशी के लिए 25 जुलाई 2018 को धूमधाम से दोनों का विवाह कराया। जून 2019 में दोनों का बेटा हुआ। सब कुछ ठीक चल रहा था।
इसी बीच लॉकडाउन के दौरान बेटे की नौकरी छूट गई। आर्थिक तंगी के चलते दोनों के बीच आए दिन झगड़ा होने लगा। पिता के अनुसार शुक्रवार रात भी दोनों के बीच जमकर झगड़ा हुआ। शनिवार सुबह वह ड्यूटी पर चले गए। पत्नी राजेश्वरी बेटी शालू के साथ देवकी नगर अपनी बहन कमला के घर गई थी। मकान मालिक भी परिवार समेत रिश्तेदारी में गए थे, दोपहर के वक्त दोनों के बीच फिर से झगड़ा हुआ। इसके बाद प्रिंस ने खुद को कमरे में बंद कर पंखे के कुंडे के सहारे साड़ी से फांसी लगा ली।
पति को फंदे से झूलता देखकर चंद्रिका ने मौसेरे भाई सत्येंद्र को फोन पर घटना की जानकारी दी। इसके बाद चंद्रिका ने अपने एक साल के बच्चे को दूसरे कमरे में छोड़ कर दुपट्टे से फांसी लगा ली। घर पहुंचने पर मासूम कमरे के बाहर रोते बिलखते मिला। थाना प्रभारी पुष्पराज सिंह ने बताया कि आर्थिक तंगी के चलते पारिवारिक कलह की बात सामने आई है।

विशेष संवाददाता विजय आनंद वर्मा की रिपोर्ट, , ,