चीनी मिलों की नीलामी का समाजवादी पार्टी विरोध करेगी…
गन्ना किसानों का बकाया भुगतान ब्याज सहित किया जाए: सपा नेता ने ऑन लाइन भेजा ज्ञापन…
बस्ती। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं उ.प्र. आवास विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सिद्धार्थ सिंह ने राज्यपाल, जिलाधिकारी बस्ती सहित संबंधित उच्चाधिकारियों को ऑन लाइन ज्ञापन भेजकर वाल्टरगंज और बस्ती सुगर मिल की नीलामी रोकने की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि नीलामी की गई तो समाजवादी पार्टी किसानों, नौजवानों के साथ मिलकर इसका कड़ा विरोध करेगी।
उन्होने मांग की है कि बस्ती और वाल्टरगंज चीनी मिलों के निदेशक मण्डल पर मुकदमा दर्ज कराकर हाईकोर्ट के न्यायाधीश से जांच कराते हुये किसानों, मजदूरों का बकाया प्राथमिकता से उपलब्ध कराया जाय। सपा नेता ने बताया कि एक ओर तो चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का अरबों रूपया बकाया है, किसान घोर आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं तो दूसरी ओर मिलों को चलाने की जगह भाजपा की सरकार में उनकी नीलामी करायी जा रही है। सरकार किसानों/मजदूरों के हितों पर डाका डाल रही हैै, यह समय बंद मिलों को शुरू करने का है, उनकी नीलामी कराने का नहीं।
सिद्धार्थ सिंह ने कहा कि बस्ती शुगर मिल की पूर्व में जो नीलामी हुई थी उसके धन से किसानों के हिस्से में कुछ भी नहीं आया। गन्ना किसानों का बंद दोनों चीनी मिलों पर करोड़ों रूपया बकाया है जबकि जिम्मेदार आंख मूंदे हुये हैं। उन्होने कहा कि भाजपा नेता कोरोना संकट काल में उपलब्धियों का पत्रक बांट रहे हैं किन्तु दो चीनी मिलों की नीलामी पर उनकी जुबान बंद है। समाजवादी पार्टी इन सवालों को लेकर संघर्ष तेज करेगी। ज्ञापन में मांग की गई है कि बस्ती के चीनी मिलों पर गन्ना किसानों के बकाया करोड़ों रुपए भुगतान तत्काल व्याज समेत कराया जाय और नीलामी पर रोक लगाई जाए।
“हिंद वतन समाचार” की रिपोर्ट, , ,